A
Hindi News भारत राजनीति अब क्या सुब्रमण्यम स्वामी भी TMC में शामिल हो रहे हैं? ममता बनर्जी के साथ मुलाकात के बाद उठे सवाल

अब क्या सुब्रमण्यम स्वामी भी TMC में शामिल हो रहे हैं? ममता बनर्जी के साथ मुलाकात के बाद उठे सवाल

हाल के दिनों में दूसरे दलों के कई नेता अपनी पार्टियां छोड़कर TMC में शामिल हुए हैं, ऐसे में सुब्रमण्यम स्वामी और ममता बनर्जी की मुलाकात के बाद कई सवाल उठने लगे हैं।

<p><span style="color: #626262; background-color:...- India TV Hindi Image Source : TMC राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को ममता बनर्जी के साथ मुलाकात की है

Highlights

  • सब्रमण्यम स्वामी और ममता बनर्जी के बीच मुलाकात
  • सब्रमण्यम स्वामी भी TMC में शामिल हो रहे हैं?
  • हाल में कई नेताओं ने TMC ज्वाइन की है

नई दिल्ली। भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या अब सुब्रमण्यम स्वामी भी तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं? हाल के दिनों में दूसरे दलों के कई नेता अपनी पार्टियां छोड़कर TMC में शामिल हुए हैं, ऐसे में सुब्रमण्यम स्वामी और ममता बनर्जी की मुलाकात के बाद कई सवाल उठने लगे हैं। सुब्रमण्यम स्वामी और ममता बनर्जी की मुलाकात की तस्वीरे TMC ने ही अपने ट्विटर हेंडल पर शेयर की हैं। 

मंगलवार को कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर और जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व महासचिव पवन वर्मा तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए हैं। तीनों नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इसके साथ ही गीतकार जावेद अख्तर और राजनीतिक कार्यकर्ता-स्तंभकार सुधींद्र कुलकर्णी ने ममता से अलग मुलाकात की। कीर्ति आजाद के साथ उनकी पत्नी पूनम आजाद और पुत्र भी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए। 

तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद आजाद ने कहा, ‘‘मैं ममता बनर्जी के नेतृत्व में काम करूंगा और मैं जमीन पर काम शुरू करूंगा। भाजपा की राजनीति विभाजनकारी है और हम इसका मुकाबला करेंगे। आज ममता बनर्जी जैसे व्यक्तित्व की देश को जरूरत है, जो इसे सही दिशा दिखा सकती हैं।’’ जद(यू) के पूर्व महासचिव पवन वर्मा भी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पूर्व सलाहकार तथा राज्यसभा के पूर्व सदस्य वर्मा को 2020 में जद(यू) से निष्कासित कर दिया गया था। वर्मा ने कहा, ‘‘मौजूदा राजनीतिक हालात और ममता बनर्जी में सामर्थ्य को देखते हुए मैं आज तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुआ हूं।’’ हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर भी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए। ममता ने तंवर के समर्थकों को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि वे तंवर के साथ मिलकर काम करें और वह जल्द ही हरियाणा का दौरा भी करेंगी। 

ममता ने तंवर के समर्थकों से कहा, ‘‘आप लोग अभी से काम शुरू कर सकते हैं। आप लोग मिलजुलकर काम करिये। जितनी जल्दी अशोक जी मुझे बुलाएंगे, उतनी जल्दी मैं हरियाणा जाऊंगी।’’ तंवर ने कहा कि मौजूदा समय में ममता बनर्जी ही विपक्ष की सबसे बड़ी नेता हैं और उनके नेतृत्व में ही भाजपा के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर लड़ाई लड़ी जा सकती है। सूत्रों का कहना है कि तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद अब जल्द ही तंवर को हरियाणा में पार्टी के नेतृत्व की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। ममता बनर्जी अभी दिल्ली आई हुई हैं। वह दिल्ली आने पर हमेशा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करती हैं। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने संकेत दिया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री इस बार शायद सोनिया गांधी से नहीं मिलें। कई नेताओं के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, ‘‘ यह कोई आज पहली बार तो नहीं हो रहा.

Latest India News