नई दिल्ली: बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने अजीबोगरीब बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि उनके घर में काम कर रहे मजदूरों के पोहा खाने के स्टाइल से वो जान गए कि वो बांग्लादेशी हैं। उनके शक जताने के बाद सभी मजदूर काम पर आए ही नहीं। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बांग्लादेशी आतंकी डेढ़ साल तक उनकी रेकी भी कर चुके हैं। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच कैलाश विजयवर्गीय का यह अजीबोगरीब बयान सामने आया है।
इंदौर शहर में एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, “जब हाल में ही मेरे घर में एक कमरे के निर्माण का काम चल रहा था तो कुछ मजदूरों के खाना खाने का स्टाइल मुझे अजीब लगा। वे केवल पोहा खा रहे थे। मैंने उनके सुपरवाइजर से बात की और शक जाहिर किया कि क्या ये बांग्लादेशी हैं। इसके दो दिन बाद सभी मजदूर काम पर आए ही नहीं।“
विजयवर्गीय ने यह भी बताया कि उन्हें ज्यादा सुरक्षा पसंद नहीं है। मंत्री था तब भी साथ में सुरक्षाकर्मी नहीं रखता था लेकिन, घुसपैठिए देश के कई हिस्सों में हैं। जब मैं घर से बाहर निकलता हूं तो छह-छह बंदूकधारी मेरे साथ रहते हैं, क्योंकि इंदौर में डेढ़ साल से एक आतंकी उनकी रैकी कर रहा था, इसलिए उन्हें सुरक्षा मिली है।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में बोलते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, “अफवाहों से गुमराह मत हो, सीएए में देश का हित है। यह कानून वास्तविक शरणार्थियों को नागरिकता देगा और घुसपैठियों की पहचान होगी, जो देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा हैं।“
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