अखिलेश पर पड़ा CBI का साया तो मायावती की पार्टी ने दिया सहारा, SB-BSP ने की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस
खनन घोटाले के मामले में अखिलेश यादव के CBI के रडार पर आने के बाद समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की है।
लखनऊ: खनन घोटाले के मामले में अखिलेश यादव के CBI के रडार पर आने के बाद समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव को बहुजन समाज पार्टी का मजबूत समर्थक माना जा रहा है। बसपा नेता सतीश मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला और कहा कि भगवा दल ने अब CBI से गठबंधन कर लिया है। वहीं, सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि बीेजेपी संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है।
बसपा नेता मिश्रा ने कहा, ‘भाजपा को उनके साथी छोड़कर जा रहे हैं तो उन्होंने CBI के साथ गठबंधन कर लिया है और अब अपने विरोधियों को डराने की कोशिश कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि एक स्टिंग ऑपरेशन में सामने आया है कि यूपी सरकार में मंत्रियों के निजी सचिव रिश्वत की मांग कर रहे हैं और पैसे को ऊपर पहुंचाने की बात कर रहे हैं, और दूसरी तरफ सरकार उन सचिवों को पकड़कर अपनी पीठ थपथपा रही है, जबकि मंत्रियों पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है।
वहीं, समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा, ‘CBI केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रही है, यह बीजेपी की हताशा है। चुनाव में हार के डर से बीजेपी ने तोते से गठबंधन कर लिया है। यह साफ तौर पर चुनाव से पहले CBI का दुरुपयोग है।’ आपको बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनावों में सपा और बसपा का गठबंधन लगभग तय है। माना जा रहा है कि दोनों पार्टियों ने सीटों के बंटवारे के मुद्दे को भी लगभग सुलझा लिया है और महीने के अंत तक इसका ऐलान भी हो सकता है। वहीं, इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी दोनों दलों के बीच मजबूत होते रिश्तों के एक और पक्के सबूत के तौर पर देखा जा रहा है।
दूसरी तरफ कांग्रेस ने CBI के छापे को लेकर आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार राज्य में गठबंधन को रोकने के लिए सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाब नबी आजाद ने कहा, ‘मोदी सरकार ने जो वादे किए उनको पूरा करने पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। सिर्फ इस पर पूरा ध्यान लगाया है कि सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग का कैसे अपने विरोधियों को कमजोर करने और उन पर आरोप लगाने के लिए इस्तेमाल करना है। इस सरकार ने जाते-जाते उन पर कार्यवाही शुरू कर दी। पौने पांच साल यह सरकार कहां बैठी थी। पौने पांच साल तक इनको भ्रष्टाचार नहीं दिखा।’