नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन बिल का लोकसभा में सर्मथन करनेवाली शिवसेना ने राज्यसभा में अपना स्टैंड बदल लिया और वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। नागरिकता संशोधन बिल पर वोटिंग के दौरान उसके सांसद राज्यसभा में मौजूद नहीं थे। माना जा रहा है कि कांग्रेस और एनसीपी के बढ़ते दबाव के चलते शिवसेना ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया। इससे पहले लोकसभा में शिवसेना के सांसदों ने नागरिकता संशोधन बिल के समर्थन में वोटिंग की थी।
इससे पहले राज्यसभा में इस बिल पर चर्चा के दौरान शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि यह कहा जा रहा है कि जो इस विधेयक का विरोध कर रहा है वह ‘‘देशद्रोही’’ है और जो इसका समर्थन कर रहा है वह ‘‘देशभक्त’’ है। उन्होंने कहा कि आज असम, मणिपुर, त्रिपुरा, मिजोरम सहित देश के कई हिस्सों में इस विधेयक को लेकर विरोध हो रहा है। जो विरोध कर रहे हैं और जो समर्थन कर रहे हैं, वे सभी देश के नागरिक हैं। शिवसेना नेता ने कहा ‘‘इसलिए हमें किसी से देशभक्ति का प्रमाणपत्र लेने की जरूरत नहीं है। हम कितने कठोर हिन्दू हैं, यह हमें बताने की जरूरत नहीं हैं। आप (भाजपा) जिस स्कूल में पढ़ रहे हो, हम वहां के हेडमास्टर हैं। हमारे स्कूल के हेडमास्टर बाला साहब ठाकरे, अटल बिहारी वाजपेयी और श्यामा प्रसाद मुखर्जी थे।’’ (इनपुट-भाषा)
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