पटना: BJP के असंतुष्ट नेता शत्रुघ्न सिन्हा एक बार फिर से सरकार के खिलाफ नजर आए। उन्होंने राफेल सौदे के मामले में सरकार के स्टैड के खिलाफ बयान दिया। सिन्हा ने राफेल सौदे में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) गठित की वकालत की। जबकि, सरकार का इस पर साफ स्टैंड है कि सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मिलने के बाद JPC की जांच के लिए कोई गुंजाइश नहीं है।
गौरतलब है कि कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दल JPC गठित करने की मांग कर रहे हैं। सिन्हा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘आज (05 जनवरी) संसद का दृश्य लोगों के लिए बहुत जटिल था। दिन-ब-दिन यह खराब हो रहा है। जब हमारे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है और हम दोषी नहीं हैं, लेकिन सच को दबाकर हम गरमागरम बहस और आरोप प्रत्यारोप तक ले जाकर मामलों को जटिल बना देते हैं।’’
सिन्हा ने इस द्वीट के बाद एक और ट्वीट किया। जिसमें साफ तौर पर उन्होंने राफेल सौदे में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच को संयुक्त संसदीय समिति (JPC) को देने के लिए वकालत की। उन्होंने लिखा कि ‘राफेल मामले की जांच को JPC को सौंप दिया जाए। आखिरकार, ईमानदारी और पारदर्शिता एक साथ होनी चाहिए।’
लेकिन, आपको बता दें कि सरकार मामले में JPC जांच के एकदम खिलाफ है। जिसकी वजह से संसद में रोज सत्ता और विपक्ष के बीच हंगामा हो रहा है। बता दें कि शुक्रवार को मामले पर तीखी बहस हुई। इस दौरान रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने राफेल मामले में सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों को खारिज करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था कि ‘‘खानदान का नाम पीछे जुड़ा होने से किसी को प्रधानमंत्री को अपशब्द कहने का हक नहीं मिल जाता।’’
Latest India News