हम एक जिम्मेदार विपक्ष के तौर पर ही काम करेंगे: पवार
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को भाजपा और शिवसेना से कहा कि वह महाराष्ट्र में जल्द से जल्द सरकार का गठन करें। साथ ही अपने रुख पर अडिग रहते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी एक जिम्मेदार विपक्ष के तौर पर काम करेगी।
मुम्बई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को भाजपा और शिवसेना से कहा कि वह महाराष्ट्र में जल्द से जल्द सरकार का गठन करें। साथ ही अपने रुख पर अडिग रहते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी एक जिम्मेदार विपक्ष के तौर पर काम करेगी। शिवसेना के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय राउत के साथ आज सुबह मुलाकात के बाद संवाददाता सम्मेलन में पवार ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी को समर्थन देने की अटकलों को खारिज कर दिया।
भाजपा और शिवसेना के पिछले 25 वर्ष से साथ होने और उनके देर-सवेर साथ आ ही जाने की बात कहते हुए पवार ने पूछा, ‘‘सवाल है ही कहां?’’ पवार ने कहा, ‘‘अगर हमारे पास बहुमत होता, तो हम किसी का इंतजार नहीं करते। कांग्रेस और राकांपा 100 का आंकड़ा पार नहीं कर पाए। हम एक जिम्मेदार विपक्ष के तौर पर काम करेंगे।’’
भाजपा और शिवसेना के पास शासन करने का जनादेश होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें जल्द से जल्द सरकार बना राज्य को संवैधानिक संकट से बचाना चाहिए। उन्हें हमें लोगों द्वारा दिए जनादेश को पूरा करने की अनुमति देनी चाहिए।’’ शिवसेना को समर्थन देने के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनकी बातचीत के सवाल पर पवार ने कहा, ‘‘कांग्रेस और राकांपा ने एकसाथ चुनाव लड़ा था। हम चाहते हैं कि राजनीतिक स्थिति के बारे में सभी निर्णय आम सहमति से लिए जाएं। मुझे नहीं पता कि कांग्रेस का क्या फैसला है।’’
पवार ने उनके फिर राज्य का मुख्यमंत्री बनने की अटकलों को भी खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं चार बार मुख्यमंत्री रहा हूं और अब मुझे दोबारा उस पद को हासिल करने की कोई बेसब्री नहीं है।’’ केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल के बीच दिल्ली में हुई मुलाकात पर उन्होंने कहा, ‘‘जरूर सड़क से संबंधित कोई काम होगा।’’ पवार ने साथ ही कहा कि राउत ने आज बुधवार को उनसे 18 नवम्बर को शुरू हो रहे संसद सत्र में राज्यसभा में एक साथ उठाने वाले मुद्दों पर बातचीत करने के लिए मुलाकात की।
इस बीच, भाजपा और शिवसेना के जल्द सरकार बनाने के पवार के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राउत ने कहा, ‘‘ वह सही कह रहे हैं। 105 विधायकों वाली पार्टी को ही सरकार बनानी चाहिए।’’ राकांपा ने मंगलवार को कहा था कि शिवसेना द्वारा भाजपा के साथ गठबंधन समाप्त करने की घोषणा के बाद महाराष्ट्र में एक नए राजनीतिक विकल्प पर विचार किया जा सकता है।
राकांपा से जुड़े सूत्रों ने बताया था कि उनकी पार्टी शिवसेना के साथ बातचीत आगे बढ़ाने से पहले चाहती है कि केन्द्र सरकार में शिवसेना के इकलौते मंत्री अरविंद सावंत इस्तीफा दें। राज्य में 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा की गई थी, जिसके 13 दिन बाद भी कोई पार्टी सरकार गठन के लिए आवश्यक 145 सीटें नहीं जुटा पाई है। विधानसभा चुनाव में भाजपा को 105 सीटें और शिवसेना को 56 सीटें मिलीं।
मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच खींचतान जारी है। शिवसेना इस पद के लिए 50:50 का फार्मूला चाहती है, लेकिन भाजपा इस पर तैयार नहीं है। पिछले विधानसभा चुनाव के विपरीत भाजपा और शिवसेना ने यह चुनाव मिलकर लड़ा था। 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने इस बार 105 सीटें जीतीं जबकि शिवसेना 56 सीटों पर विजेता रही। वहीं राकांपा ने 54 और कांग्रेस 44 सीटें अपने नाम की हैं।
नयी दिल्ली में सोमवार को पवार और कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और भाजपा प्रमुख अमित शाह के बीच कई प्रमुख बैठकें हुई। लेकिन किसी भी बैठक में सरकार गठन को लेकर कोई हल नहीं निकला। वहीं राउत ने एक बार फिर दोहराया कि राज्य में शिवसेना का मुख्यमंत्री बनेगा।