मोदी कैबिनेट में उत्तर प्रदेश की 'धाक', राज्य से बने 7 मंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूसरी सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार हुआ।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूसरी सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार बुधवार शाम को हुआ। इस बार मोदी कैबिनेट में उत्तर प्रदेश से 7 सांसदों को जगह मिली है यानी 7 सांसदों को मंत्री बनाया गया है। सभी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शपथ दिलाई।
यूपी से कौन-कौन मंत्री बने?
इस कैबिनेट विस्तार में उत्तर प्रदेश से बीएल वर्मा, अजय मिश्रा, भानु प्रताप सिंह, अनुप्रिया पटेल, पंकज चौधरी, कौशल किशोर और एसपी बघेल को मंत्री बनाया गया है। सभी ने शपथ ले ली है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री खुद भी उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट से सांसद हैं।
कुल 43 मंत्रियों ने ली शपथ
गौरतलब है कि विस्तार में शामिल किए गए नेताओं को पीएम आवास पर बुलाया गया था। इन नेताओं के साथ पीएम आवास पर हुई बैठक में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नेड्डा भी मौजूद थे।
नए चेहरों को एडजस्ट करने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल से कई मंत्रियों की छुट्टी भी की गई है। इनमें बंगाल से भाजपा की सांसद देबाश्री चौधरी शामिल हैं। बरेली के सांसद और वरिष्ठ भाजपा नेता संतोष गंगवार ने केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार से पहले इस्तीफा दे दिया है।
ऐसे मंत्रियों में रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर भी शामिल हो गए हैं। दोनों ने मंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया है। रविशंकर प्रसाद के पास आईटी और कानून मंत्रालय थे जबकि प्रकाश जावड़ेकर के पास आईबी और पर्यावर्ण मंत्रालय थे। इससे पहले डॉ हर्षवर्धन और रमेश पोखरियाल निशंक सहित कई मंत्री अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं।
राष्ट्रपति भवन की ओर से जानकारी दी गई है कि 'भारत के राष्ट्रपति ने आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद, पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और अन्य सहित मंत्रिपरिषद के 12 सदस्यों का इस्तीफा स्वीकार किया।'
बता दें कि डीवी सदानंद गौड़ा, थावरचंद गहलोत, संतोष कुमार गंगवार, बाबुल सुप्रियो, धोत्रे संजय शामराव, रतन लाल कटारिया, प्रताप चंद्र सारंगी और देबाश्री चौधरी ने भी मंत्री पद से इस्तीफा दिया है।