जयपुर: भाजपा के वरिष्ठ विधायक घनश्याम तिवाड़ी को पुलिस ने आज सीआरपीसी की धारा 129 के तहत उस समय खदेड दिया जब वे एक रैली के रूप में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निवास 13 सिविल लाईंस के बाहर सत्याग्रह के लिये अपने घर से रवाना हुए।
जयपुर पुलिस आयुक्त संजय अग्रवाल ने बताया कि तिवाडी को ना तो हिरासत में लिया गया ना ही गिरफ्तार किया गया लेकिन सीआरपीसी की धारा 129 के तहत उन्हें खदेडा गया और उन्हें वापस उनके जालूपुरा स्थित सरकारी आवास पर लाया गया। तिवाडी श्याम नगर स्थित अपने निवास से मुख्यमंत्री आवास तक जाने के लिये रैली के निकाल रहे थे। मुख्यमंत्री आवास प्रतिबंधित क्षेत्र में है और वहा 144 धारा लागू है।
तिवाडी ने आज सुबह अपने निवास पर दीनदयाल वाहिनी के कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक में मुख्यमंत्री आवास के बाहर सत्याग्रह करने की घोषणा की। उन्होंने मुख्यमंत्री पर जनसंपति को लूटने का आरोप लगाया। उन्होंने और उनके समर्थकों ने सोडाला क्षेत्र में मुख्यमंत्री के विरोध में नारेबाजी की। तिवाडी मुख्यमंत्री से 13 सिविल लाईंस का बंगला खाली कराने की मांग को लेकर सड़क पर बैठ गये, हालांकि पुलिस ने उन्हें खदेड दिया।
तिवाडी ने इससे पूर्व प्रशासन से मुख्यमंत्री निवास के बाहर सत्याग्रह करने के लिय अनुमति मांगी थी, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई। हालांकि उन्होंने 25 जून को मुख्यमंत्री आवास तक पैदल जाकर विरोध जताने की घोषणा की थी।
सांगानेर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक घनश्याम तिवाड़ी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से वर्तमान बंगला खाली कर सरकार द्वारा आवंटित 8 सिविल लाईंस बंगले में जाने की मांग कर रहे है। पिछले माह भाजपा की राष्ट्रीय अनुशासन समिति द्वारा जब से उन्हें कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है तभी से तिवाड़ी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा नेतृत्व पर आरोप लगा रहे हैं।
तिवाड़ी ने प्रदेश भाजपा को माफिया और चापलूसों की जगह बताते हुए निष्ठावान, वफादार और योग्य लोगों को दरिकनार करने का आरोप लगाने के बाद उन्हें समिति ने कारण बताओं नोटिस जारी किया था। उन्होंने राजे को अनुशासनहीनता की रानी बताया।
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