जम्मू-कश्मीर: आज स्थानीय निकाय चुनाव की वोटिंग, घाटी में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात
जम्मू एवं कश्मीर में स्थानीय निकाय चुनावों को देखते हुए घाटी की सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है।
श्रीनगर: जम्मू एवं कश्मीर में स्थानीय निकाय चुनावों को देखते हुए घाटी की सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने सुरक्षा जांच और गश्त बढ़ा दी है जिससे लोगों में मतदान को लेकर किसी तरह का डर न रहे। घाटी में पहले चरण का मतदान 8 अक्टूबर को होगा। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने चुनाव के पहले सुरक्षा इंतजामों पर बात करते हुए कहा, ‘मतदान को सुगमतापूर्वक संपन्न कराने के लिये सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गए हैं।’
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने मतदान के मद्देनजर शहर और घाटी के दूसरे इलाकों में गाड़ियों की जांच, जामा तलाशी और इलाके में गश्त बढ़ा दी है। उन्होंने कहा, ‘शहर में कई चेक-प्वाइंट बनाए गए हैं जहां गाड़ियों की जांच की जा रही है। गाड़ियों की जांच के लिये खोजी कुत्तों की भी मदद ली जा रही है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई अप्रिय घटना न हो।’ अधिकारी ने कहा कि मतदान के लिये सुरक्षित माहौल देना एक चुनौती थी लेकिन विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के बीच अच्छा तालमेल है और घाटी के लोगों में सुरक्षा की भावना बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘हम पूर्ण सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं। अधिकतर उम्मीदवारों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया और कुछ को सुरक्षा भी प्रदान की गई है। इलाके को अभियान और अतिरिक्त सुरक्षा बलों की मौजूदगी से सुरक्षित किया जा रहा है इसके साथ ही गश्त भी बढ़ाई गई है।’ उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों की तैनाती पर काम किया गया है और संवेदनशील इलाकों का ध्यान रखा गया है। अधिकारी ने कहा कि मतदान केंद्रों पर सुरक्षा सख्त है और उनके आसपास मजबूत सुरक्षा घेरा है।
कश्मीर में CRPF के महानिरीक्षक रविदीप सिंह शाही ने कहा, ‘समूची कश्मीर घाटी में माहौल नियंत्रण में है और लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा करने की कोशिश की जा रही है जिससे वे बेखौफ होकर मतदान के लिये आ सकें।’ आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर की दो प्रमुख पार्टियां नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी इन चुनावों का बहिष्कार कर रही हैं।
वहीं, सूबे में शहरी स्थानीय निकाय चुनाव के पहले चरण के लिए प्रचार रविवार सुबह खत्म हो गया। पहले चरण में करीब एक दर्जन जिलों के 422 वार्डों में मतदान सोमवार सुबह 7 बजे शुरू होगा। पहले चरण में 1,283 उम्मीदवार मैदान में हैं। पहले चरण में जम्मू के 247 वॉर्ड, कश्मीर में 149 और लद्दाख के 26 वॉर्ड में चुनाव हो रहे हैं। जम्मू और लद्दाख क्षेत्र में प्रत्याशियों ने मतदाताओं को लुभाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी लेकिन घाटी में प्रचार अभियान थोड़ा फीका रहा। पहले चरण के बाद 10 अक्टूबर को दूसरे चरण में 384 वॉर्ड, तीसरे चरण में 13 अक्टूबर को 207 वॉर्ड, और 16 अक्टूबर को आखिरी चरण में 132 वॉर्डों में वोट डाले जाएंगे। मतगणना 20 अक्टूबर को होगी।
इससे पहले राज्य में 2005 में गुप्त मतदान के जरिए नगर निकाय चुनाव हुए थे और उनका 5 साल का कार्यकाल फरवरी 2010 में खत्म हो गया था। जम्मू और श्रीनगर नगर निगमों समेत प्रदेश में कुल 1,145 वॉर्डों के लिए चार चरणों में होने वाले चुनाव के लिए 2,990 उम्मीदवार मैदान में हैं। जम्मू क्षेत्र से कुल 2,137 उम्मीदवार मैदान में हैं जबकि श्रीनगर से 787 उम्मीदवार और लद्दाख क्षेत्र से 66 उम्मीदवार मैदान में हैं। कश्मीर घाटी में 231 और जम्मू में 13 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। एक चुनाव अधिकारी ने कहा, ‘प्रदेश में पहले चरण के चुनाव के लिए प्रचार शांतिपूर्ण रूप से संपन्न हो गए। कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।’