कांग्रेस पार्टी को मैंने कब दिया धोखा? संजय झा ने थोराट से पूछा सवाल
सचिन पायलट का समर्थन कर कांग्रेस से निलंबित संजय झा ने आज फिर कांग्रेस पर हमला किया है।
सचिन पायलट का समर्थन कर कांग्रेस से निलंबित संजय झा ने आज फिर कांग्रेस पर हमला किया है। उन्होंने महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहब थोराट से सीधे शब्दों में पूछा है कि कांग्रेस पार्टी को मैंने कब धोखा दिया है? बता दें कि राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के पक्ष में ट्वीट करने के बाद संजय झा पार्टी के निशाने पर आ गए थे। पायलट की छुट्टी के चंद घंटों के भीतर ही संजय झा को भी निलंबित कर दिया गया था।
गुरुवार को संजय झा ने ट्वीट कर कहा कि मैने अपने कांग्रेस सदस्य के रूप में निलंबन की खबर टीवी से पता चली। टीवी से पता चला कि उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। मुझे ने तो कोई शो कॉज नोटिस दिया गया और न हीं उत्तर देने का मौका दिया गया। क्या यही पार्टी का लोकतंत्र है। उन्होंने पार्टी से पूछा कि आप उन मौकों के बारे में बताएं जब मैंने पार्टी को धोखा दिया है।
बता दें कि कल ही संजय झा ने गांधी परिवार पर हमला बोलते हुए कहा था कि वे कांग्रेस की विचार धारा के प्रति वफादार हैं, लेकिन किसी परिवार के प्रति उनकी कोई निष्ठा नहीं है। झा ने कहा कि मैं आगे भी गांधी नेहरू विचारधारा का समर्थक रहूंगा। हालांकि यह विचारधारा खुद कांग्रेस के भीतर ही लुप्तप्राय हो चली है। उन्होंने कहा कि मैं आगे भी उन मुद्दों को उठाता रहूंगा जो पार्टी में बदलाव के लिए जरूरी हैं। अपने ट्वीट के आखिर में संजय झा लिखते हैं लड़ाई अभी शुरू हुई है।
सचिन पायलट के लिए किए ट्वीट
राजस्थान में खड़े हुए सियासी संकट के बाद से सजंय झा सचिन पायलट के पक्ष में कई ट्वीट कर चुके हैं। उन्होंने कल सुबह ही लिखा था, "साल 2013 से साल 2018 के बीच सचिन पायलट ने कांग्रेस पार्टी को खून, आंसू, मेहनत, पसीना दिया। कांग्रेस पार्टी भी 21 सीटों से 100 सीटों पर पहुंच गई। इसके लिए हमने उन्हें सिर्फ performance bonus दिया। हम इतने गुणी हैं। हम इतने पारदर्शी हैं।" इससे पहले एक ट्वीट में उन्होंने पूछा, "पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया, फिर सचिन पायलट, अब अगला कौन"
एक अन्य ट्वीट में संजय झा ने कांग्रेस पार्टी और अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि एकमात्र तरीका जिसके जरिए राजनीतिक दल आगे चलते रहेंगे और बढ़ते रहेंगे कि वो जब ग्रोथ का एकमात्र मापदंड प्रदर्शन और रिजल्ट होगा। साल 2013 में कांग्रेस सीएम गहलोत ने सबसे कम 21 सीटें दीं। उन्हें साल 2018 में अवार्ड के रूप में सीएम पद दिया गया। तीसरी बार. साल 2019 लोकसभा में उन्होंने पार्टी को शून्य सीटें दी। क्या ये सही है?