नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि संगठन देश में एक 'ताकत' बनकर उभरा है और कई लोग इससे डर की वजह से इस पर निशाना साधते हैं। उन्होंने कहा कि जब आरएसएस की शक्ति बढ़ती है, तो इसके काम का स्वत: प्रचार होता है। जब इसका काम लोकप्रिय होता है, तब लोग इसके बारे में और जानना चाहते हैं। ऐसे में कुछ इसकी बढ़ती ताकत से डर जाते हैं और संघ पर निशाना साधते हैं जोकि स्वभाविक है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का तीन दिवसीय कार्यक्रम 'भारत का भविष्य : आरएसएस का दृष्टिकोण' यहां सोमवार से शुरू हुआ, लेकिन विपक्ष के आमंत्रित नेता इससे दूर रहे। भागवत ने कहा कि यह कार्यक्रम आरएसएस को समझने के लिए लोगों के वास्ते आयोजित किया गया है, क्योंकि आज यह देश की ताकत बन गया है और इसे विश्व में महसूस किया जा रहा है।
भागवत ने कहा कि आरएसएस पर बहुत सारी बहसे हुईं हैं। चर्चा और बहस होनी चाहिए लेकिन डिबेट के लिए सच्चाई का पता होना चाहिए। भागवत ने कहा कि संघ का कार्य विशिष्ट और अतुलनीय है। उन्होंने कहा कि चूंकि आरएसएस की एक अलग पहचान है, इसलिए यह लोगों में लोकप्रिय हो जाता है और इसके कार्यकर्ताओं को अपने काम के प्रचार के लिए कहीं भागना नहीं पड़ता है।
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