चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद अमरिंदर सिंह ने रविवार को कहा कि किसान आंदोलन के दौरान मारे गये 150 किसानों के परिजन को नियुक्ति पत्र नहीं दे पाने का उन्हें बहुत दुख है। सिंह ने कहा कि उनकी सरकार ने इन लोगों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि नियुक्ति पत्र बांटने का कार्यक्रम रद्द करना पड़ा और उन्हें इस बात का दुख है। उन्होंने आशा जतायी कि अगले मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचाने के लिए इस काम को जल्दी पूरा करेंगे।
कांग्रेस नेतृत्व ने रविवार को चन्नी को पंजाब के नये मुख्यमंत्री के रूप में चुना। बयान के अनुसार, सिंह ने अगले मुख्यमंत्री चन्नी से अनुरोध किया कि वह सुनिश्चित करें कि राज्य सरकार न्याय की लड़ाई के दौरान अपने जान न्योछावर करने वाले पंजाब के किसानों के प्रति राज्य सरकार अपने रुख पर कायम रहे। सिंह ने स्पष्ट किया कि वह अस्तित्व और न्याय की लड़ाई में किसानों का साथ देते रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘प्रत्येक पंजाबी, वास्तव में प्रत्येक हिन्दुस्तानी संकट की इस घड़ी में किसानों के साथ खड़े रहने के लिए नैतिक रूप से बाध्य है।’’
चरणजीत सिंह चन्नी ने राज्यपाल को समर्थन पत्र सौंप दिया है। चरणजीत सिंह चन्नी सोमवार (20 सितंबर) सुबह 11 बजे पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। चंडीगढ़ में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में चरणजीत सिंह चन्नी को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। पंजाब के कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने ट्वीट किया, 'चरणजीत सिंह चन्नी को कांग्रेस की विधायक दल की मीटिंग में एकमत से सीएम बनाए जाने का फैसला लिया गया है।' चन्नी पंजाब के पहले दलित नेता हैं, जो राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे।
ये भी पढ़ें
Latest India News