संघ ने साधा जमात पर निशाना, कहा-कोरोना के आंकड़े सच बताते हैं, वे बेनकाब हो गए
दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के आयोजन के बाद से देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने मुस्लिम संगठन पर निशाना साधते हुए कहा है कि आंकड़े सच बताते हैं।
नई दिल्ली: दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के आयोजन के बाद से देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने मुस्लिम संगठन पर निशाना साधते हुए कहा है कि आंकड़े सच बताते हैं। आरएसएस ने कहा कि इनके (जमात) कारण कोरोना ग्रस्त लोगों की संख्या बढ़ी है और यह बात सभी लोग मान रहे हैं। आरएसएस के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा कि अगर उनका नेतृत्व समय पर कार्यक्रम निरस्त करता तो अच्छा रहता।
मनमोहन वैद्य ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से अपने संदेश में कहा, "संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की 15, 16 और 17 मार्च को बेंगलुरू में बैठक होने वाली थी। उस समय लॉकडाउन नहीं हुआ था। 1500 कार्यकर्ता आने वाले थे, लेकिन यह नेतृत्व की गंभीरता थी, जो बैठक को निरस्त कर दिया गया। जो लोग पहुंच चुके थे, उन्हें बेंगलुरू में अलग-अलग जगहों पर रोककर गाड़ी से वापस भेजने की व्यवस्था की गई। अगर इनके लोग भी ऐसी गंभीरता दिखाते तो यह सब नहीं होता।"
मनमोहन वैद्य ने जमात की हरकतों की निंदा करते हुए कहा, "माना कि जानकारी के अभाव में पहले कुछ नहीं कर सके तो फिर बाद में छुपे रहना, दूसरों को छुपाना, जो जांच के लिए आ रहे हैं। यह उनके साथ बेहूदा व्यवहार करना, अस्पताल की लेडी नर्स के साथ गलत हरकत करना, यह सब विकृत मानसिकता का परिचायक है। यह मानसिकता ठीक नहीं है।"
कोरोना फैलाने में साजिश के आरोपों पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए मनमोहन वैद्य ने कहा कि तबलीगी जमात के लोग एक्सपोज (बेनकाब) हो गए हैं। उन्होंने कहा, "कोरोना के खिलाफ लड़ाई का मुस्लिम समाज के बहुत बड़े वर्ग ने समर्थन किया है, लेकिन एक वर्ग उतना संवेदनशील और जिम्मेदार नहीं है। मुस्लिम समुदाय से ही उनका विरोध हो रहा है। सबको समाज में ही रहना है। मुझे लगता है जितनी जल्दी हम इस संकट से बाहर आ सकते थे, उसमें थोड़ा विलंब हुआ है। फिर भी हम बाहर आकर रहेंगे।"
बता दें कि तबलीगी जमात के कार्यक्रम के बाद से दिल्ली सहित देश भर कोरोना पॉजिटिव की संख्या में जबर्दस्त उछाल आया है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने भी दिल्ली में बढ़ते मामलों को लेकर जमात को ही जिम्मेदार ठहराया है। लेकिन जमात के प्रवक्ता इन सभी आरोपों को झूठ मानते हैं। इंडिया टीवी से बातचीत करते हुए तबलीगी जमात के प्रवक्ता मुजीबुर रहमान ने कहा कि मीडिया से लेकर राजनीतिक जगत में जमात को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
मुजीबुर रहमान ने कहा कि इस समय मुसलमान डरे हैं। वे डर के मारे मस्जिदों में छिपे हुए हैं। सरकार को इन्हें विश्वास दिलाना होगा। लेकिन मीडिया में मुसलमानों को खलनायक बनाते हुए मस्जिद में फंसे लोगों को दोषी ठहराया जा रहा है। मीडिया उन्हें पीड़ित की नजर से देखे न कि दोषी की नज़र से। उन्होंने कहा कि मजात की ओर से प्रशासन को भी जानकारी दी गई है। लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से उन्हें बचाने की कार्रवाई नहीं की गई है।