मुंबई: गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि कश्मीर मुद्दे का समाधान निकालने के लिए वह हर किसी से बातचीत को तैयार हैं और इसके लिए कोई शर्तें नहीं रखी जाएंगी। मुंबई में मोदी सरकार की तीन वर्षों की उपलब्धियों के बारे में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए सिंह ने कहा, जो लोग कश्मीरी युवाओं को भड़का रहे हैं उन्हें इन युवाओं को अपने बच्चे की तरह देखना चाहिए।
उन्होंने कहा, स्वस्थ लोकतंत्र में हर समाधान चर्चा के जरिए निकलता है। मैंने यह कई बार कहा है कि मैं सभी से बातचीत के लिए तैयार हूं। हम कोई शर्तें नहीं रखेंगे और दूसरों को भी हमारे सामने कोई शर्तें नहीं रखनी चाहिए।
सिंह ने कहा, हम स्थायी एकीकृत समाधान पर काम कर रहे हैं जो धीरे-धीरे तैयार होगा। इस तरह के समाधान से जुड़ी जानकारियों का खुलासा अभी नहीं किया जा सकता। लेकिन हम जम्मू-कश्मीर के भविष्य में अवरोध नहीं बनेंगे।
घाटी में हाल में बने अशांत हालात के बारे में उन्होंने कहा, घाटी ने ऐसी परिस्थितियों का सामना पहले भी किया है। पाकिस्तानी पक्ष की ओर से अशांति फैलाने के कुछ प्रयास हो रहे हैं लेकिन हमने इस पर काबू पा लिया। (पहले के मुकाबले) हाल के कुछ वर्षों में घाटी में कहीं ज्यादा आतंकी मारे गए। उन्होंने कहा कि दो घटनाओं को छोड़कर मई 2014 के बाद से कश्मीर में कोई बड़ा आतंकी हमला नहीं हुआ है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नक्सली गतिविधियों के मामले में भी ऐसा है, एक घटना को छोड़कर, हम ऐसी घटनाओं पर नियंत्रण पाने में सफल रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि पूर्वोत्तर में भी उग्रवाद तेजी से घटा है।
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