नई दिल्ली: कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा अमेरिका में नरेन्द्र मोदी सरकार की आलोचना करने पर उन्हें आड़े हाथ लेते हुए आज कहा कि उन्होंने विदेश में जाकर सरकार की आलोचना नहीं करने की भारतीय राजनीति की स्थापित परंपरा को तोड़ा है तथा उन्हें सरकार के प्रदर्शन पर राहुल के प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है।
राहुल गांधी के यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले में दिए गए भाषण के बारे में पूछे गये सवाल के जवाब में प्रसाद ने केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, राहुल गांधी ने भारतीय राजनीति की इस स्थापित परंपरा को तोड़ा है कि जब आप विदेश जाते हैं तो आप सरकार के बारे में गलत नहीं बोलते। मनमोहन सिंह सरकार के भ्रष्टाचार के काल में जब हम विदेश जाते थे तो इस तरह का कुछ भी नहीं कहते थे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत कुछ हो-हल्ला होने के बावजूद हम मौन रहते थे।
उन्होंने कहा, इसके अलावा दूसरी बात...कि क्या राहुल गांधी हमारी तारीफ करेंगे..आप हमें यह बता दीजिए। हमें अपने प्रदर्शन का पैमाना या प्रमाणपत्र राहुल गांधी से नहीं चाहिए क्योंकि वह कभी देंगे नहीं।
प्रसाद ने कहा, जो व्यक्ति आज तक यह स्वीकार करने को तैयार नहीं है कि हमारी पार्टी इतनी बुरी तरह से हारी कैसे। हमको अहंकार आ गया 2012 में , यह बात समझने में उन्हें पांच साल लग गये। वो भी स्वीकारोक्ति कैलिफोर्निया में की गयी। तो आप खुद समझ सकते हैं कि इस बारे में उनकी क्या सोच है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा हमला बोलते हुए उन पर बांटने वाली राजनीति को बढ़ावा देने, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के लिए जगह पैदा करने और अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने के आरोप लगाए।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने स्वीकार किया कि 2012 के आसपास पार्टी ने लोगों से संवाद करना बंद कर दिया था। उन्होंने कहा कि यह ऐसी किसी भी पार्टी की समस्या हो सकती है जो 10 साल तक सत्ता में रही हो।
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