आर्थिक तंगी से जूझ रही राजस्थान कांग्रेस महाराष्ट्र के MLAs की कर रही मेजबानी
कांग्रेस हालांकि अब महाराष्ट्र के पार्टी विधायकों को मुंबई ले जाने का विचार बना रही है, लेकिन अभी तक यह पार्टी एक सबसे महंगे रिसॉर्ट में महाराष्ट्र के अपने विधायकों की मेजबानी कर रही है।
जयपुर: कांग्रेस हालांकि अब महाराष्ट्र के पार्टी विधायकों को मुंबई ले जाने का विचार बना रही है, लेकिन अभी तक यह पार्टी एक सबसे महंगे रिसॉर्ट में महाराष्ट्र के अपने विधायकों की मेजबानी कर रही है। जबकि कांग्रेस नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार राज्य में विकास कार्यो के लिए पैसे की कमी होने की बात करती है।
रिसॉर्ट में हर विला के सामने अलग-अलग स्विमिंग पूल है। इसमें निजी लॉन के साथ जकूजी और विला के साथ सौना है। इस लक्जरी रिसॉर्ट में एक पोलो ग्राउंड भी है। यहां एक कमरे का एक दिन का किराया 18000 रुपये से लेकर 28,000 रुपये तक है, जिसमें कर व खाना अलग है।
सूत्रों के अनुसार, रिसॉर्ट का स्वामित्व एक फ्रांसीसी राजनेता के पास है और यह फ्रांसीसी व राजस्थानी शैली की वास्तुकला का मिश्रण है। इस रिसॉर्ट के प्रमुख आकर्षण स्पा, पूल रेस्तरां, टैरेस रेस्तरां व दो बार हैं, जहां इन विधायकों को ठहराया गया है।
कांग्रेस के एक कार्यकर्ता ने कहा, "महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायक यहां तीन दिनों से ठहरे हुए हैं और इसलिए यह बिल ज्यादा होगा। हालांकि, हमें कुछ हासिल करने के लिए कुछ खोना होगा। हम अपनी सरकार बनाना चाहते हैं और इस वजह से यह खर्च सही है।" ऐसा नहीं है कि पार्टी सिर्फ विधायकों के रहने-खाने पर ही ज्यादा खर्च कर रही है। विधायकों के साथ वीआईपी पर्यटकों की तरह व्यवहार किया जाता है और उन्हें विभिन्न दर्शनीय स्थलों जैसे जोधपुर, आमेर, पुष्कर व अजमेर ले जाया जाता है।
वास्तव में ये विधायक जिस दिन जयपुर पहुंचे थे, राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडेय ने इन विधायकों को पर्यटक बताया था। उन्होंने कहा, "राजस्थान एक सुदंर राज्य है और ये विधायक पर्यटक के तौर पर आए हैं और उनके राज्य में ठहरने के दौरान उन्हें विभिन्न दर्शनीय जगहों पर ले जाया जाएगा।" इन विधायकों के साथ पुलिस भी लगी रहती है, चाहे वह खरीदारी करने जाएं या आलीशान होटलों में खाना खाने या पर्यटक जगहों पर।
आश्चर्यजन तौर पर इन विधायकों के जयपुर में लैंड करने के एक दिन पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, "मंदी देश की अर्थव्यस्था को मार रही है। जीएसटी के जरिए राजस्व उम्मीद के मुताबिक नहीं आ रहा है, क्योंकि सरकार ने इसे गलत तरीके से लागू किया, जिसकी वजह से पूरा देश परेशानी उठा रहा है।" उन्होंने कहा, "सभी राज्य परेशान हैं और हम भी परेशान हैं। राजस्थान को इस बार 7,000 करोड़ रुपये कम मिलेगा, अब हमें बताएं कि राज्य नकदी की किल्लत में कैसे विकास कर सकता है।"
जिस दिन विधायकों ने जयपुर में लैंड किया गहलोत ने कहा, "हमारे विधायकों को धमकियां दी गईं और इस वजह से हमने उन्हें यहां लाया। सिर्फ हमें ही नहीं बल्कि भाजपा की सहयोगी शिवसेना के विधायकों को भी धमकियां दी गईं, जिसकी वजह से उन्हें रिसॉर्ट में स्थानांतरित किया गया।"