जयपुर: राजस्थान में कांग्रेस के नेता नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ 28 जनवरी को एक रैली को संबोधित करने जयपुर आ रहे राहुल गांधी के शानदार स्वागत की तैयारी में जुटे हुए हैं। राहुल गांधी का फरवरी में पार्टी अध्यक्ष के रूप में फिर से अभिषेक होने के मद्देनजर पार्टी के नेता उनके आगामी दौरे के लिए खास तैयारी कर रहे हैं।
एआईसीसी महासचिव और राज्य प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि गांधी सीएए विरोधी रैली को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि यह यात्रा सीएए तक सीमित नहीं रहेगी और वह बेरोजगारी, आर्थिक संकट, कृषि संकट और छात्रों एवं युवाओं पर अत्याचार जैसे अन्य ज्वलंत मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और पांडेय के साथ अन्य कई मंत्रियों ने मंगलवार को राहुल गांधी के रैली स्थल विद्याधर स्टेडियम में व्यवस्थाओं की समीक्षा की। गहलोत ने सोमवार को कहा था कि गांधी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की जनविरोधी नीतियों से लड़ रहे छात्रों और युवाओं की चिंता पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
यह कहते हुए कि जयपुर यात्रा एक नया अध्याय खोल सकती है, कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि गांधी को 2013 में यहां पार्टी उपाध्यक्ष बनाया गया था, जिसने पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं में एक चिंगारी पैदा की थी। अगस्त 2019 में गांधी ने राजस्थान में चुनाव प्रचार पर जोर दिया और कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हरा कर राज्य की सत्ता पर काबिज हुई। उन्होंने राजस्थान के सभी 33 जिलों के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा।
कांग्रेस नेता ने कहा, "राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष के रूप में वापस लाने और प्रियंका गांधी वाड्रा को उत्तर प्रदेश में पार्टी को फिर से पुनर्जीवित करने का काम सौंपने की चर्चाएं हैं।"
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