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राजस्थान विधानसभा: नोंकझोंक की भेंट चढ़ा तीसरा दिन, हनुमान बेनीवाल ने जमकर किया हंगामा

राजस्थान विधानसभा में बृहस्पतिवार को विधायक हनुमान बेनीवाल द्वारा राज्यपाल कल्याण सिंह के अभिभाषण के दौरान सिंह के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर हंगामा हुआ।

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जयपुर: राजस्थान विधानसभा में बृहस्पतिवार को विधायक हनुमान बेनीवाल द्वारा राज्यपाल कल्याण सिंह के अभिभाषण के दौरान सिंह के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर हंगामा हुआ। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायक बेनीवाल अभिभाषण के दौरान विधानसभा के सचिव की कुर्सी के पास बने प्लेटफार्म पर चढ गए और राज्यपाल के विरूद्ध टिप्पणियां की और उनका ध्यान भंग करने की कोशिश की। इस पर विपक्षी सदस्यों ने बेनीवाल पर कार्रवाई की मांग की।

विधानसभा में 11 बजे जैसे ही राज्यपाल अभिभाषण देने पहुंचे बेनीवाल ने किसानों से जुड़े मुद्दे उठाए और मूंग की खरीद की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि सरकार मूंग की खरीद नहीं कर रही है जिसके चलते किसानों को परेशानियों का सामना करना पड रहा है। इस बीच राज्यपाल ने अपना भाषण चालू रखा और सदन के नव निर्वाचित सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने कुछ ही पंक्तियां पढीं थी कि संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने आग्रह किया कि राज्यपाल के अभिभाषण को पढा हुआ मान लिया जाए और पेश कर दिया जाए।

हालांकि राज्यपाल ने अपना अभिभाषण जारी रखा। बेनीवाल ने फिर से हंगामा शुरू कर दिया और उनकी पार्टी के दो अन्य सदस्यों के साथ आसन के समक्ष बने प्लेटफार्म पर चढ कर संसदीय कार्यमंत्री के अभिभाषण को पढा मानने के आग्रह को नहीं मानने पर टिप्पणी की इससे विपक्षी सदस्य नाराज हो गए। राज्यपाल ने अभिभाषण की कुछ पंक्तियां पढ़ने के बाद अभिभाषण को सदन पटल पर रख दिया और परंपराओं के अनुसार सदन से चले गए।

सदन की कार्यवाही जैसे ही दुबारा शुरू हुई विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी ने विधायक हनुमान बेनीवाल के सदन में उनके व्यवहार की निंदा की और उन्हें दोबारा ऐसी गलती नहीं करने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि विधायक द्वारा उठाया गया मामला महत्वपूर्ण हो सकता है लेकिन उन मामलों को सदन में उठाने के लिए नियम कानून बने हुए है और सदस्यों को उन नियम और कानून की पालना करनी चाहिए।

नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने बेनीवाल के व्यवहार पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इससे सदन की गरिमा को चोट पहुंची है और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उनके संबोधन के दौरान बेनीवाल और कटारिया में तीखी नोकझोंक हुई। बेनीवाल और बसपा विधायक राजेन्द्र गुढा और अन्य विधायक फिर से आसन के समक्ष आ गए। भाजपा के सदस्य भी विरोध प्रकट करते हुए आसन के समक्ष पहुंच गए और हंगामा किया।

कुछ देर के विरोध के बाद विधानसभा अध्यक्ष के लगातार आग्रह पर सभी सदस्य अपनी अपनी जगह पर वापस चले गए। इसी दौरान भाजपा विधायक राजेन्द्र राठौड ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान हुए हंगामे में मुस्कुराने का आरोप लगाया। इसी बीच सदन के नेता और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वे विधायक (बेनीवाल) के व्यवहार की निंदा करते है।

विधानसभा अध्यक्ष ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि सदस्यों को पुरानी बाते भूल कर नई शुरूआत करनी चाहिए। सहकारिता मंत्री उदयलाल अंजना ने राजस्थान सहकारी सोसाइटी (संशोधन) अध्यादेश 2018 सदन के पटल पर रखा। उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने राजस्थान के पूर्व राज्यपाल और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना, आंध्र प्रदेश के पूर्व राज्यपाल नारायण दत्त तिवारी, पूर्व सांसद कुंजी लाल मीणा, रामकुमार मीणा, पूर्व सदस्य जगन्नाथ वर्मा, रमाकांत शर्मा, घासीलाल चौपडा, रणजीत सिंह राठौड, मुकुट बिहारी लाल गोयल के निधन पर शोक प्रकट किया सदन में दो मिनट के मौन के बाद सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी।

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