गुवाहाटी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ एकजुटता दिखाने के लिये शनिवार को एक दिन के लिये असम आएंगे। पार्टी के वरिष्ठ नेता ने यह जानकारी दी। कांग्रेस के असम प्रभारी हरीश रावत ने शुक्रवार को यहां पत्रकारों से कहा कि गांधी रैली को भी संबोधित करेंगे। इसके अलावा वे राज्य में कानून के खिलाफ आंदोलन में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि भी अर्पित करेंगे।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने कहा, "राहुल गांधी लोगों को बताएंगे कि कैसे भाजपा की केन्द्र और राज्य सरकारें लोकतांत्रिक आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रही हैं और असहमति रखने वालों पर क्रूरता दिखा रही हैं।" उन्होंने कहा, "असम के लोग जब इस अलोकतांत्रिक कदम के खिलाफ सड़कों पर उतरे तो पांच लोगों की गोली लगने से मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।"
रावत ने कहा कि राहुल गांधी ने आंदोलन के दौरान गुवाहाटी के निकट चायगांव में जान गंवाने वाले सैम स्टेफर्ड (16) और दीपांजल दास (17) के परिवारों से मिलने की भी इच्छा जतायी है। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश में सीएए-विरोधी प्रदर्शन के दौरान अकारण हुई गोलीबारी में मारे गए लोगों के परिवारों से भी मुलाकात की थी क्योंकि वह इसे मानवीय कर्तव्य मानते हैं।"
रावत ने कहा कि गांधी के पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 1985 में राज्य की कांग्रेस सरकार की "कुर्बानी" देकर असम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। “राहुल गांधी असम के लोगों की भावनाओं को समझते हैं क्योंकि राज्य उनके करीब है।"
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