नयी दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार नागरिकता संशोधन विधेयक के माध्यम से पूर्वोत्तर के नस्लीय सफाये का प्रयास कर रही है। उन्होंने विधेयक के खिलाफ पूर्वोत्तर में प्रदर्शन होने से जुड़ी खबर का हवाला देते हुए यह भी कहा कि वह पूर्वोत्तर की जनता के साथ मजबूती से खड़े हैं।
गांधी ने ट्वीट कर आरोप लगाया, ''नागरिकता विधेयक मोदी-शाह सरकार की ओर से पूर्वोत्तर के नस्लीय सफाये का प्रयास है। यह पूर्वोत्तर के लोगों, उनकी जीवन पद्धति और भारत के विचार पर हमला है।" उन्होंने कहा, ''मैं पूर्वोत्तर के लोगों के साथ खड़ा हूं और उनकी सेवा के लिए हाजिर हूं।''
इससे पहले उन्होंने दावा किया था कि यह विधेयक संविधान पर हमला है और इसका समर्थन करना भारत की बुनियाद को नष्ट करने का प्रयास होगा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘नागरिकता संशोधन विधेयक संविधान पर हमला है। जो कोई भी इसका समर्थन करता है वो हमारे देश की बुनियाद पर हमला और इसे नष्ट करने का प्रयास कर रहा है।’’
इस विधेयक को चर्चा और पारित कराने के मकसद से आज राज्यसभा में लाया जाएगा। कांग्रेस इस विधेयक को असंवैधानिक करार देते हुए इसका विरोध कर रही है। गौरतलब है कि लोकसभा ने सोमवार रात नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी जिसमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आए हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने का पात्र बनाने का प्रावधान है।
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