राहुल गांधी के PM बनने वाले बयान पर सुब्रमण्यम स्वामी का तंज, जानिए क्या कहा
राहुल ने बेंगलूरू में एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरती है तो वह प्रधानमंत्री का पद स्वीकार करने के लिए तैयार हैं...
कोलकाता: भाजपा नेता एवं राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री बनने की इच्छा जताकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस बात के संकेत दे दिए हैं कि उनकी पार्टी वह गठबंधन तोड़ सकती है जिसका वह 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए दूसरे दलों के साथ मिलकर निर्माण करने की कोशिश कर रही है।
बता दें कि राहुल ने बेंगलूरू में एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरती है तो वह प्रधानमंत्री का पद स्वीकार करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने बेंगलूरू में पार्टी के एक कार्यक्रम की शुरुआत के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह इस बात पर निर्भर करता है कि कांग्रेस चुनाव में कैसा प्रदर्शन करती है। अगर वह सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती है तो हां क्यों नहीं?’’ स्वामी ने राहुल पर तंज कसते हुए कहा कि उनका बयान ‘‘अपरिपक्व’’ है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने यहां आए स्वामी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर वह (राहुल) इन सभी दलों को साथ लाएंगे तो कांग्रेस को 100 से ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी। उनके बयान से पता चलता है कि वह (कांग्रेस) गठबंधन तोड़ना चाहते हैं। नहीं तो वह अकेले अपने दम पर बहुमत कैसे हासिल करेंगे।’’ राज्यसभा सदस्य ने यह भी कहा कि ‘‘नेहरू परिवार के दिन पूरे हो गए हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ नेहरू परिवार को हमेशा ही बिना ज्यादा कोशिशों के चीजें आसानी से मिल जाती थीं। वे दिन अब पूरे अब हो गए। ’’ यह पूछे जाने पर कि क्या राहुल के बयान से प्रस्तावित गठबंधन के दूसरे दलों का अपमान हुआ, स्वामी ने कहा कि अगला प्रधानमंत्री कौन होगा, इसका फैसला करने का यह समय नहीं है। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें वित्त मंत्री अरुण जेटली के कामकाज के तरीके से आपत्ति है, स्वामी ने कहा कि उन्हें शिकायत थी क्योंकि जेटली के साथ करीब से काम कर रहे अधिकारी कांग्रेस नेता पी चिदंबरम की कानूनी लड़ाइयों में उनका साथ दे रहे थे।
पहले कई अवसरों पर स्वामी ने जेटली के फैसलों की आलोचना की है, यहां तक कि उनका इस्तीफा भी मांगा है। स्वामी ने कहा, ‘‘जेटली उन अधिकारियों के साथ काम कर रहे थे जो कानून के घेरे से बचने में चिदंबरम की मदद कर रहे थे। लेकिन उन्होंने उनमें से अधिकतर को हटा दिया और अब नेशनल हेराल्ड मामले में मुकदमा सुचारू रूप से चल रहा है। मुझे लगता है कि चिदंबरम जल्द ही जेल में होंगे।’’