गुजरात में राहुल का मोदी पर वार, 'सरकार ने 15 बड़े व्यापारिक घरानों को 1.30 लाख करोड़ रुपये तोहफे में दे दिए'
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी और जीएसटी के लिये आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। साथ ही उन्होंने मोदी के राज्य का मुख्यमंत्री रहने के दौरान शुरू किए गए विकास के गुजरात मॉडल की भी जमकर आलोचना की
द्वारका: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी और जीएसटी के लिये आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। साथ ही उन्होंने मोदी के राज्य का मुख्यमंत्री रहने के दौरान शुरू किए गए विकास के गुजरात मॉडल की भी जमकर आलोचना की। राहुल ने गुजरात के अपने तीन दिवसीय दौरे की शुरूआत करते हुए ये बातें कहीं। वहां इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। गुजरात में उनकी पार्टी दो दशकों से अधिक समय से सत्ता से बाहर है।
47 वर्षीय कांग्रेस उपाध्यक्ष ने यहां प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर में पूजा करके दिन की शुरूआत की। उन्होंने रोड शो के दौरान लोगों के साथ संवाद किया। उन्होंने सौराष्ट्र में द्वारका-जामनगर मार्ग पर बैलगाड़ी की सवारी भी की। इस दौरान कई स्थानों पर उनका स्वागत किया गया। राहुल का पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने अभिवादन किया। हार्दिक प्रदेश की भाजपा सरकार के कटु आलोचक हैं। हार्दिक ने आज सुबह ट्वीट करके गुजरात में राहुल का स्वागत किया। गुजरात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह राज्य है। हार्दिक ने अपने ट्वीट में कहा, कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुलजी का गुजरात में हार्दिक स्वागत है--जय श्रीकृष्ण।
विभिन्न स्थानों पर अपने संक्षिप्त भाषण में राहुल ने नोटबंदी और अन्य मुद्दों पर मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने एनडीए शासन में बेरोजगारी के मुद्दे को उजागर किया और राज्य में अपनी पार्टी के सत्ता में आने पर गुजरात के किसानों की समस्याओं का समाधान करने का वादा किया। विशेष रूप से डिजाइन किए गए बस में यात्रा करते हुए राहुल ने नियमित अंतराल पर ग्रामीणों से संवाद करके उनसे जुड़ाव बनाने की कोशिश की।
द्वारका से राहुल हंजरापार के लिए रवाना हुए जहां ग्रामीणों ने पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत किया। उन्होंने कृषक समुदाय के प्रति एकजुटता दिखाने के लिये बैलगाड़ी की सवारी भी की। हंजरापार में उन्होंने ग्रामीणों से संवाद किया और उनके कुछ सवालों के जवाब दिए। राहुल ने निजीकरण के मुद्दे पर गुजरात की भाजपा सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने निजीकरण को लागू करके वहनीय शिक्षा और स्वास्थ्य का अधिकार गरीबों से छीन लिया है।
राहुल ने अपने संक्षिप्त भाषण में कहा, सरकार को अवश्य इस बात को सुनिश्चित करना चाहिए कि लोग इन बुनियादी सुविधाओं से वंचित नहीं रहें। उन्होंने गुजरात में अपनी पार्टी के सत्ता में आने पर मुफ्त दवा और चिकित्सा का वादा किया। भाजपा सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए राहुल ने मांग की कि सरकार गुजरात में किसानों के लिये पूर्ण कृषि ऋण माफी की घोषणा करे।
राहुल ने कहा, अगर सरकार व्यापारियों के कर्ज माफ कर सकती है तो किसानों के कर्ज क्यों नहीं माफ कर सकती। भारत सरकार ने 15 बड़े व्यापारिक घरानों को 1.30 लाख करोड़ रुपये तोहफे में दे दिए जबकि सात लाख करोड़ रुपये के कर्ज की अदायगी बैंकों को नहीं की गई है। उन्हें (व्यापारियों को) सभी लाभ मिलेंगे, जबकि आपको कर्ज की अदायगी नहीं करने पर जेल भेजा जाएगा।