राहुल गांधी का पीएम पर हमला, कहा-प्रधानमंत्री डर गए हैं और चीन अपनी प्लानिंग कर रहा है
राहुल गांधी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के घटते दामों के बावजूद मोदी सरकार पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की कीमतें बढ़ा रही है।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री डर गए हैं और चीन अपनी प्लानिंग कर रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि, "चीन प्लानिंग करते हुए देख रहा है कि देश की अर्थव्यवस्था और लीडरशिप संकट में है और ऐसे में जो निकाल सकते हैं निकाल लो।" राहुल गांधी बुधवार को पेट्रोल डीजल तथा गैस के बढ़े हुए दाम पर प्रेस वार्ता कर रहे थे उसी दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर सीधा हमला करते हुए यह बयान दिया है।
इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, "डीजल, पेट्रोल, अर्थव्यवस्था के तकरीबन हर भाग में इनका इनपुट होता है और जब इनके दाम बढ़ते हैं तो एक सीधी चोट लगती है। सीधी चोट ये है कि ट्रांसपोर्ट कॉस्ट बढ़ती है और उसकी वजह से महंगाई बढ़ती है।" उन्होंने कहा, "पहले डिमोनेटाइजेशन हुआ, फिर मोनेटाइजेशन हुआ। मोदी जी ने पहले कहा था मैं डिमोनेटाइजेशन कर रहा हूं और वित्त मंत्री कहती हैं कि मैं मोनेटाइजेशन करती रहती हूं।"
उन्होंने कहा, "2014 में नरेंद्र मोदी जी ने कहा था कि डीजल, पेट्रोल के दाम बढ़ते जा रहे हैं। 2014 में सिलेंडर का दाम 410 रुपये था, जब यूपीए ने ऑफिस छोड़ा था और आज 885 रुपये सिलेंडर का प्राइस है, 116 प्रतिशत बढ़ोतरी। पेट्रोल के दाम 71 रुपये था और आज 101 रुपये है, 42 प्रतिशत बढ़ोतरी। डीजल 57 रुपए से बढ़कर 88 रुपए हुआ, 55 प्रतिशत बढ़ोतरी।
राहुल गांधी ने कहा, "अब मजेदार बात ये है कि कोई यह बहस कर सकता है कि इंटरनेशनल रेट बढ़ा है, इसलिए हिंदुस्तान की जनता को चोट लग रही है और इसलिए डिमोनेटाइजेशन तथा मोनेटाइजेशन का तमाशा बढ़ रहा है।" उन्होंने कहा, "2014 में 105 डॉलर कच्चे तेल का दाम था और आज 71 डॉलर है, 32 प्रतिशत ज्यादा था हमारे समय। गैस का दाम इंटरनेशनल 880 डॉलर था और आज 653 डॉलर है, जो 26 प्रतिशत कम है।"
राहुल गांधी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के घटते दामों के बावजूद मोदी सरकार पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की कीमतें बढ़ा रही है। उन्होंने कहा, "हमारे समय में अतंरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम आज से 32 फीसदी ज्यादा था और गैस का दाम 26 फीसदी। अतंरराष्ट्रीय बाजार में गैस, पेट्रोल-डीजल के दाम गिर रहे हैं और हिंदुस्तान में बढ़ते जा रहे हैं। दूसरी तरफ हमारी संपत्तियों को बेचा जा रहा है।"
ये भी पढ़ें
- क्या अफगानिस्तान में तालिबान सरकार को मान्यता देगा रूस? सामने आया विदेश मंत्री लावरोव का बड़ा बयान
- अमेरिका के कहने पर पाकिस्तान ने जेल से छोड़ा, आज बना तालिबान की जीत का चेहरा
- अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा, क्या हुआ और क्या होगा अभी, खौफ में महिलाएं
- अफगान सेना पर अमेरिका ने खर्च किए अरबों डॉलर, फायदा मिला तालिबान को