राहुल PM मोदी को तो जल्दी गले लगाते हैं, लेकिन IT ऑफिसर से दूर भागते हैं: स्मृति ईरानी
स्मृति ईरानी ने कहा कि न्यायालय के निर्णय और अर्थव्यवस्था पर राजन के बयानों ने राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा और सोनिया गांधी की भ्रष्टाचार गाथा के और उदाहरण पेश कर दिए।
नई दिल्ली: गांधी परिवार पर लगातार अपनी व्यक्तिगत आर्थिक क्षमता बढ़ाने का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी को तो बहुत जल्दी गले लगा लेते हैं, लेकिन आयकर विभाग से भाग रहे हैं। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्णय का हवाला देते हुए और रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन द्वारा हाल ही में दिए बयानों को लेकर कांग्रेस और गांधी परिवार पर हमला किया। न्यायालय ने वित्त वर्ष 2011-12 के लिए आयकर विभाग द्वारा कर पुनर्मूल्यांकन की मांग के खिलाफ राहुल गांधी और उनकी मां सोनिया गांधी की याचिका खारिज कर दी थी।
ईरानी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मुझे विश्वास है कि मीडिया रिपोर्ट्स पढ़ने के बाद राहुल गांधी और उनके परिवार ने उन्हें भेजे गए नोटिस के आधार पर आयकर अधिकारियों के सवालों के जवाब देने से इंकार कर दिया। मैं भारत के हर नागरिक से पूछना चाहती हूं कि जवाब तलब करने पर क्या हममें से कोई आयकर विभाग के नोटिस की उपेक्षा कर सकता है?" उन्होंने कहा कि न्यायालय के निर्णय और अर्थव्यवस्था पर राजन के बयानों ने राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा और सोनिया गांधी की भ्रष्टाचार गाथा के और उदाहरण पेश कर दिए।
राजन ने कहा है कि 2006 से 2008 के बीच संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार की कार्यप्रणाली से भारतीय बैंकिंग ढांचे में गैर निष्पादित संपत्ति (NPA) बढ़ा था, वहीं न्याय तंत्र ने कांग्रेस के भ्रष्टाचार की जड़ तक फंसे होने का एक और सबूत पेश किया है। उन्होंने कहा, "संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी उस सरकार की अगुआ थीं, जिसने भारतीय बैंकिंग तंत्र की जड़ पर हमला किया।" उन्होंने कहा, "राजन ने जो कहा है, मैं आश्वस्त हूं कि वह तथ्य सिर्फ कांग्रेस सरकार द्वारा राजनीति में माफिया राज को ही नहीं बताता है, बल्कि कांग्रेस की संप्रग सरकार ने देश को उन चुनौतियों से लड़ने के लिए भी छोड़ दिया है।"
भाजपा की वरिष्ठ नेता ने कहा कि कांग्रेस ने भारतीय अर्थव्यवस्था को बिखरने दिया, वहीं गांधी परिवार का ध्यान एजेएल और यंग इंडिया की सहायता से व्यक्तिगत संपत्ति बढ़ाने में रहा। उन्होंने कहा, "जहां प्रधानमंत्री ने हमारे प्रशासन और समाज की आधारशिला, महिलाओं की आर्थिक प्रगति के लिए काम किया, वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी की अगुआई में गांधी परिवार ने खुद को उनकी व्यक्तिगत आर्थिक संपत्ति बढ़ाने के लिए समर्पित कर दिया।"
संप्रग सरकार एनपीए के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार पर आरोप लगाती है।