Presidential Election 2017: मुलायम के फैसले ने बढ़ाई विपक्ष की मुसीबत
कांग्रेस सहित 17 पार्टियां जहां कोविंद को सांप्रदायिक ताकतों का उम्मीदवार मानती हैं और उनके खिलाफ धर्मनिरपेक्ष ताकतों की उम्मीदवार के रूप में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को मुकाबले में उतारा है
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को खुला समर्थन देने का ऐलान किया है। उन्होंने सोमवार को भरोसा जताया कि देश को बेहतर राष्ट्रपति मिलेगा। समाजवादी पार्टी के संरक्षक ईद के मौके पर लखनऊ में टीले वाली मस्जिद पहुंचे। ईद की बधाई लेने और देने के बाद राष्ट्रपति चुनाव को लेकर मुलायम सिंह यादव ने कहा, "चुनाव में जो नतीजे होंगे, सबके सामने होंगे। मुझे भरोसा है कि देश को बेहतर राष्ट्रपति मिलेगा। इस बार के चुनाव में लोग दलगत राजनीति से ऊपर उठेंगे।" ये भी पढ़ें: कैसे होता है भारत में राष्ट्रपति चुनाव, किसका है पलड़ा भारी, पढ़िए...
गौरतलब है कि रामनाथ कोविंद हाल ही में एक बयान में कह चुके हैं कि वह इस्लाम और ईसाई धर्म को बाहरी देश के धर्म मानते हैं। कांग्रेस सहित 17 पार्टियां जहां कोविंद को सांप्रदायिक ताकतों का उम्मीदवार मानती हैं और उनके खिलाफ धर्मनिरपेक्ष ताकतों की उम्मीदवार के रूप में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को मुकाबले में उतारा है, वहीं विपक्षी खेमे से जनता दल (युनाइटेड) और सपा ने कोविंद को समर्थन देने का ऐलान किया है। इस बात को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जद (यू) में बयानबाजी तेज हो गई है। सवाल यह है कि क्या राजद प्रमुख लालू प्रसाद अपने समधी मुलायम को मीरा कुमार का समर्थन के लिए मना पाएंगे?
मुलायम ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के सौ दिन के काम पर कहा, "सौ दिन में किसी के काम का आकलन नहीं हो सकता।" साथ ही उन्होंने योगी सरकार के कामकाज को लेकर विरोधी दलों ने सवालों पर कहा, "सूबे में नई सरकार है। इस सरकार को कम से कम छह महीने का समय दिया जाना चाहिए। छह महीने के बाद योगी सरकार के काम पर कोई बयान देना उचित होगा।"
मुलायम ने रविवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास में रामनाथ कोविंद के सम्मान में आयोजित रात्रिभोज में शिरकत की थी। साथ ही वह 20 जून की रात को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री आवास पर भोजन की मेज पर थे। वहां दोनों के बीच लंबी बीतचीत भी हुई थी।
मुलायम ने कहा कि कश्मीर के हालात से निपटने के लिए सेना को पूरी छूट मिलनी चाहिए। मुलायम ने ऐशबाग ईदगाह में संवाददाताओं से कहा कि वहां (कश्मीर) के हालात से निपटने और शांति बनाए रखने तथा अलगाववादियों से सख्ती से निपटने के लिए सेना को पूरी छूट मिलनी चाहिए।
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