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राष्ट्रपति का पद दलगत राजनीति से ऊपर: रामनाथ कोविंद

कोविंद ने कहा, "राष्ट्रपति का पद दलगत राजनीति से ऊपर होना चाहिए। कुछ महीनों में हम देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं, ऐसे में देश का निरंतर विकास होता रहे। हम इसके प्रयास करते रहेंगे।"

Ram Nath Kovind- India TV Hindi Image Source : PTI Ram Nath Kovind

नई दिल्ली: आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को नामांकन-पत्र दाखिल करने के बाद कहा कि देश में राष्ट्रपति पद सर्वाधिक गरिमा का पद होता है और वह इस पद की गरिमा को बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। कोविंद ने नामांकन-पत्र दाखिल करने के बाद संसद से बाहर संवाददाताओं से कहा, "हमारे देश में संविधान सर्वोपरि है। इसकी संवैधानिता बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है।" ये भी पढ़ें: कैसे होता है भारत में राष्ट्रपति चुनाव, किसका है पलड़ा भारी, पढ़िए...

कोविंद ने कहा, "राष्ट्रपति का पद दलगत राजनीति से ऊपर होना चाहिए। कुछ महीनों में हम देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं, ऐसे में देश का निरंतर विकास होता रहे। हम इसके प्रयास करते रहेंगे।"

उन्होंने कहा, "पूर्व में इस पद को कई लोगों ने सुशोभित किया है, जिसमें डॉ. राजेंद्र प्रसाद, डॉ. राधा कृष्ण और ए.पी.जे अब्दुल कलाम जैसे भावानुमान हुए।"

कोविंद ने कहा, "मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नामांकन किया। दूसरे घटक दलों ने भी मेरा समर्थन किया। इसके लिए सभी का हृदय से आभारी हूं।"

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