नई दिल्ली: कृषि विधेयकों के विरोध में मोदी कैबिनेट से इस्तीफा देनेवाली शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर का इस्तीफा प्रधानमंत्री की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने मंजूर कर लिया है। हरसिमरत कौर ने कल संसद से पास कृषि विधेयकों का विरोध करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। वे मोदी कैबिनेट में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री थीं।
मोदी सरकार 2.0 में यह पहला इस्तीफा है। हरसिमरत कौर ने प्रधानमंत्री मोदी को सौंपे इस्तीफे में अपनी पार्टी और किसानों को एक दूसरे का पर्याय बताया है। कहा है कि, किसानों के हितों से उनकी पार्टी किसी तरह का समझौता नहीं कर सकती। हरसिमरत कौर और उनकी पार्टी को मनाने के लिए भाजपा लगातार प्रयासरत थी, लेकिन सफलता नहीं मिली।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस के दौरान शिरोमणि अकाली दल से कृषि बिलों के मसले पर बातचीत चलने की पुष्टि की थी। उन्होंने कहा था कि कृषि बिलों पर भ्रम फैलाया जा रहा है। सहयोगी अकाली दल से पार्टी की बातचीत चल रही है। अकाली दल की जल्द ही बिलों को लेकर गलतफहमी दूर होगी। हालांकि, नड्डा के दावे के अनुरूप ऐसा नहीं हो सका। कृषि बिलों को किसान विरोधी बताते हुए हरसिमरत कौर ने इस्तीफे की घोषणा कर दी।
इनपुट-आईएएनएस
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