प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रो पड़े प्रवीण तोगड़िया, कहा-मेरी आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है
तोगड़िया ने यह भी कहा कि मैंने कोई अनैतिक काम नहीं किया है। मैं कानून का पालन करूंगा। मेरा जीवन रहे या न रहे, मैं राम मंदिर. गोरक्षा के लिए अकेला लड़ना पड़े तो लड़ता रहूंगा।
नई दिल्ली: करीब ग्यारह घंटे तक लापता रहने के बाद बेहोशी की हालत में मिले विश्व हिंदू परिषद अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कई मौकों पर उनकी आवाज दबाने की कोशिश की गई। बता दें कि लापता होने के करीब 11 घंटे बाद तोगड़िया सोमवार देर रात अहमदाबाद के शाही बाग इलाके में बेहोश हालत में मिले। उन्हें स्थानीय चंद्रमणि अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भावुक तोगड़िया ने कहा कि मैं न्यायालय में आत्मसमर्पण करके न्यायपत्र का आदर करूंगा। मुझे कहा गया कि आप कोर्ट के सामने आ जाइये। मेरे खिलाफ लंबे समय से षड्यंत्र किया जा रहा है। मेरी जानकारी में मेरे खिलाफ राजस्थान में कोई केस नहीं था। पता चला कि वे मुझे अरेस्ट करने आए हैं।
तोगड़िया ने यह भी कहा कि मैंने कोई अनैतिक काम नहीं किया है। मैं कानून का पालन करूंगा। मेरा जीवन रहे या न रहे, मैं राम मंदिर. गोरक्षा के लिए अकेला लड़ना पड़े तो लड़ता रहूंगा। यह भी कहा कि न्यायालय में आत्मसमर्पण करके न्यायपत्र का आदर करूंगा। वहीं यह आरोप भी लगाया कि मेरी आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है। मैं हिंदुओं के लिए काम करता रहा हूं और करता रहूंगा। मुझे डराने का प्रयास किया जा रहा है।
LIVE अपडेट्स
- कल राजस्थान पुलिस का काफिला गिरफ्तारी का वारंट लेकर आया
- यह हिन्दुओं की आवाज दबाने की कोशिश का हिस्सा है
- भैया जी जोशी और रितंभरा जोशी के साथ कार्यक्रम करते ढाई बजे लौटा
- पुलिस से कहा कि ढाई बजे आओ
- पूजा कर रहा था तभी एक व्यक्ति मेरे घर में घुस आया
- आपको उठाकर एनकाउंटर करने के लिए लोग निकले हैं
- हम एनकाउटर से नही डरने वाले
- मेरी संपत्ति के नाम पर किताबों और भगवान के आसन के अलावा कुछ नहीं है
- मैंने कोई अनैतिक काम नहीं किया है। मैं कानून का पालन करूंगा। मेरा जीवन रहे या न रहे, मैं राम मंदिर. गोरक्षा के लिए अकेला लड़ना पड़े तो लड़ता रहूंगा
- प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रवीण तोगड़िया हुए भावुक, बोले न्यायालय में आत्मसमर्पण करके न्यायपत्र का आदर करूंगा
- मुझे कहा गया कि आप कोर्ट के सामने आ जाइये। अगर मैं राजस्थान पुलिस की पकड़ में आता तो मेरे खिलाफ लंबे समय से षड्यंत्र किया जा रहा है
- इसके बाद मैंने अपने मोबाइल स्विच ऑफ कर दिए ताकि मेरी स्थिति का पता न चले। मेरी जानकारी में मेरे खिलाफ राजस्थान में कोई केस नहीं था। पता चला कि वे मुझे अरेस्ट करने आए हैं
- मुझे लगा कि कुछ दुर्घटना हुई तो मुझे जो होगा सो होगा लेकिन पूरे देश में बुरी परिस्थिति खड़ी होगी। मैं बाहर निकला और पुलिस को कहा कि मैं भाग नहीं रहा हूं। मैंने ऑटो रिक्शा लिया और रास्ते में राजस्थान के गृह मंत्री से संपर्क किया
- मैं परसों मुंबई के कार्यक्रम में था। रात में मैं लौटा और पुलिस को कहा कि 2.30 बजे आओ। सुबह मैं पूजा पाठ कर रहा था तभी एक व्यक्ति मेरे कमरे में आया और बोला कि तुरंत कार्यालय छोड़ दो आपका एनकाउंटर करने के लिए लोग निकले हैं
- मैंने केंद्र सरकार को पत्र लिखा। मेरे विरुद्ध केस दर्ज किए गए हैं जिनकी जानकारी भी मेरे पास नहीं हैं। 20-20 साल के केस निकलवाकर एक जेल से दूसरी जेल भेजने का क्रम गुजरात शुरू हुआ था
- मेरी आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है। मैं हिंदुओं के लिए काम करता रहा हूं। राम मंदिर, स्वास्थ्य, शिक्षा की आवाज मैं उठाता रहा हूं: प्रवीण तोगड़िया