बीजेपी पर हमला बोलते हुए डीजी वंजारा ने कहा, राजनीति मेरे लिए अछूत नहीं है
2014 में जमानत पर बाहर आने से पहले वंजारा लगभग 8 साल तक कथित फर्जी एनकाउंटर मामले में जेल में थे...
अहमदाबाद: पूर्व IPS अधिकारी एवं इशरत जहां कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में आरोपी रहे डीजी वंजारा ने शुक्रवार को संकेत दिया कि वह राजनीति में जाने के खिलाफ नहीं हैं। यह उल्लेख करते हुए कि कोई नया संगठन बनाने के लिए उनके पास संसाधनों का अभाव है, वंजारा ने गुजरात के विकास को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा पर भी हमला बोला। वंजारा को हाल में मुंबई की एक अदालत ने शोहराबुद्दीन शेख और तुलसी प्रजापति कथित फर्जी मुठभेड़ मामलों में आरोपमुक्त कर दिया था।
उन्होंने इस साल के अंत में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ने के बारे में कुछ नहीं कहा, लेकिन गांधीनगर में एक कार्यक्रम में अपने समर्थकों से कहा कि वह पहले ही बेताज बादशाह बन चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘लोग जानना चाहते हैं कि मेरी क्या योजना है मैं क्या करूंगा, मैं किस पार्टी में शामिल होऊंगा, या मैं कोई नई पार्टी बनाऊंगा। मैं वर्षों तक जेल में रहा हूं, इसलिए मेरे पास नई पार्टी बनाने के लिए संसाधन नहीं हैं। लेकिन अपनी भावनाओं के बारे में बताना चाहता हूं कि राजनीति मेरे लिए अछूत नहीं है।’
बंजारा ने अपने समर्थकों के नारों के बीच कहा, 'मैं जहां भी गया अपने दोस्तों और समर्थकों के बीच हमेशा नंबर वन रहा हूं। यहां तक कि जब मैं गिरफ्तार हुआ, तब भी मैं नंबर वन आरोपी था। डीजी वंजारा जहां भी रहा है हमेशा नंबर वन ही रहा है, इसलिए भविष्य में वह जहां भी जाएगा नंबर वन ही रहेगा।'
पिछले 2 दशक से गुजरात की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी पर तीखा प्रहार करते हुए वंजारा ने कहा कि यदि सरकार का इरादा सही हो तो उसे अपनी शक्तिशाली मशीनरी के साथ गुजरात को दुबई या सिंगापुर में बदलने के लिए केवल एक कार्यकाल चाहिए। 2014 में जमानत पर बाहर आने से पहले वंजारा लगभग 8 साल तक कथित फर्जी एनकाउंटर मामले में जेल में थे। जब यह एनकाउंटर हुआ उस वक्त वह राज्य में पुलिस अफसर के तौर पर कार्यरत थे।