PM Modi in Chhattisgarh: पहले जो बेहतर काम किये जा रहे थे, उन्हें भी ठप किया जा रहा है: पीएम मोदी
जलपाईगुड़ी के चुराभंडार में पीएम मोदी एक सार्वजनिक रैली को भी संबोधित करेंगे। यह एक हफ्ते में राज्य में पीएम मोदी की तीसरी रैली होगी।
नयी दिल्ली: सीबीआई की कार्रवाई को लेकर केंद्र और ममता सरकार में तनातनी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पश्चिम बंगाल पहुंच रहे हैं। इससे पहे पीएम मोदी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ पहुंचे जहां उन्होंने एक रैली को संबोधित किया। बंगाल के उत्तर-पूर्वी जिला जलपाईगुड़ी में प्रधानमंत्री कई परियोजनाओं की सौगात देंगे। यहां वह राष्ट्रीय राजमार्ग-31 डी के फलाकाता-सलसलाबाड़ी खंड को चार लेन किये जाने की आधारशिला रखेंगे। जलपाईगुड़ी में नेशनल हाईवे का का ये हिस्सा 41.7 किलोमीटर लंबा है जिसे करीब 1938 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। इस खंड पर 3 रेलवे ओवर ब्रिज, 2 फ्लाईओवर, 3 अंडरपास और 8 बड़े ब्रिज भी बनाएं जाएंगे। इसके अलावा मोदी जलपाईगुड़ी में हाईकोर्ट की नयी सर्किट बेंच का भी उद्घाटन करेंगे।
वहीं जलपाईगुड़ी के चुराभंडार में पीएम मोदी एक सार्वजनिक रैली को भी संबोधित करेंगे। यह एक हफ्ते में राज्य में पीएम मोदी की तीसरी रैली होगी। हालांकि उनकी रैली स्थल के लिए मंजूरी को लेकर भी भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। यह ममता बनर्जी के सारदा चिट फंड घोटाले में कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार से सीबीआई की राजनीति से प्रेरित पूछताछ के विरोध में धरना खत्म करने के तीन दिन बाद हो रही है। यहां भाजपा सूत्रों के मुताबिक मोदी जिले में इस मंच का इस्तेमाल बनर्जी के आरोपों का माकूल जवाब देने के लिये कर सकते हैं और चुनावों से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भी भरेंगे।
PM Modi in Chhattisgarh and West Bengal LIVE Updates:
-छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में पीएम मोदी कर रहे हैं रैली को संबोधित
-भाजपा सरकार, इस बजट में पीएम किसान सम्मान निधि योजना लेकर आई है। इसके तहत किसान को साल में 6 हजार रुपए, सीधे उसके बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाएंगे। इससे छत्तीसगढ़ समेत देशभर के करीब 12 करोड़ ऐसे किसान परिवारों को लाभ होगा जिनके पास 5 एकड़ या उससे कम ज़मीन है
-अगर बहुत ईमानदारी से कर्जमाफी की जाए, तो भी देश में 100 में से 25-30 किसानों को ही इसका लाभ मिल पाता है। बाकी के किसान, क्या खेती नहीं करते, क्योंकि वो और ज्यादा गरीब हैं, इसलिए क्या उन्हें छोड़ दिया जाना चाहिए?
-कर्जमाफी के नाम पर बिचौलियों का पेट भरने का काम करने वाली कांग्रेस के यही तौर तरीके हैं। ये 10 वर्ष बाद कर्जमाफी की योजना लेकर आते हैं।
-ठगी और धोखाधड़ी कांग्रेस की रग-रग में बसी है। छत्तीसगढ़ के किसानों से कर्जमाफी का वायदा किया गया था। कितने लोगों के कर्ज माफ हुआ ? ज़रा बताइए
-कल ही लोकसभा में मैंने कहा है-न मैं किसी भ्रष्ट का ऐहसान लूंगा और ही किसी भ्रष्ट पर ऐहसान करूंगा
-कांग्रेस सरकार अभी से अपने भ्रष्टाचार को छुपाने में लगी है। दिल्ली से कांग्रेस को यही संस्कार मिलते हैं। उन्हें अब छत्तीसगढ़ को अपना एटीएम बनाना है। यहां से बक्से भर-भर के पैसे दिल्ली भेजने हैं
-कांग्रेस ने 55 साल में गरीब को बर्बाद किया, देश को गुमराह किया। हमने गरीबों में नया विश्वास भरा है, नई उम्मीद जगाई है। उसकी उंगली पकड़ के आगे बढ़ने के रास्ते खोजे हैं
-छत्तीसगढ़ की नई सरकार ने दो नए फैसले लिए, पहला-आयुष्मान भारत योजना से छत्तीसगढ़ को अलग किया और दूसरा-सीबीआई को राज्य में आने पर रोक लगाई
-मैं कांग्रेस सरकार से जानना चाहता हूं कि आखिर वे छत्तीसगढ़ के गरीबों को किस बात की सजा दे रहे हैं
-दो महीने पहले जब छत्तीसगढ़ में नई सरकार बनी तो हमें भी उम्मीद थी कि ये कुछ नए तरीके से काम करेंगे लेकिन सच्चाई ये है कि जो पहले बेहतर काम किये जा रहें थे, उन्हें भी ठप किया जा रहा है
-यहां के विधानसभा चुनाव के बाद हर वर्ग के विकास के लिए हमारा संकल्प और मजबूत हुआ है
-मैं विश्वास दिलाता हूं कि छत्तीसगढ़ की सड़कों, रेलवे के काम, उद्योग धंधे लगाने के काम में हम और तेजी लाएंगे
-आपके साथ मेरा नाता बहुत पुराना है। जब सत्ता के गलियारों में हम कहीं नहीं थे, तब संगठन के कार्यों के लिए मैं आपके बीच बैठता था
-यहां के कार्यकर्ताओं में भाजपा के प्रति जो मैंने भाव देखा है, वो अभूतपूर्व है
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश देने के अलावा हमें उम्मीद है कि मोदी जी तृणमूल कांग्रेस के असंवैधानिक धरने का भी समुचित जवाब देंगे।” भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनावों में राज्य की 42 सीटों में से सिर्फ दो सीटें जीती थीं लेकिन पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने इस बार यहां से 23 सीटें जीतने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। भाजपा के दूसरे नेताओं के मामलों की तरह ही पार्टी को जलपाईगुड़ी में प्रधानमंत्री की सभा के लिये स्थल तलाशने में दिक्कत हुई।
जलपाईगुड़ी के सरकारी कॉलेज और उससे सटे स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के मैदान के लिए मंजूरी नहीं मिलने के बाद पार्टी को जलपाईगुड़ी शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर खेती की जमीन को किराये पर लेकर सभा के आयोजन के लिये बाध्य होना पड़ा। भाजपा की राज्य इकाई के महासचिव राजू बनर्जी ने आरोप लगाया कि स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता बस संचालकों को चेतावनी दे रहे हैं कि भगवा पार्टी के समर्थकों को अपनी गाड़ियों में रैली स्थल पर न ले जाए। तृणमूल कांग्रेस के विधायक सौरव चक्रबर्ती ने हालांकि इन आरोपों को “निराधार” करार दिया।