BJP की जीत चुनाव जीतने की मशीन तो दूसरों की जीत पार्टी या नेता की वाहवाही, दिख रहे हैं दोहरे मापदंड: पीएम मोदी
उन्होंने कहा कि पार्टी की इस गौरवशाली यात्रा के आज 41 साल पूरे हुए, ये 41 वर्ष इस बात के साक्षी हैं कि सेवा और समर्पण के साथ कोई पार्टी कैसे काम करती है
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के 41वें स्थापना दिवस पर कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि बीजेपी चुनाव जीतने की मशीन है लेकिन मेरा मानना है कि बीजेपी चुनाव जीतने की मशीन नहीं बल्कि देशवासियों का दिल जीतनेवाला अनवरत अभियान है।
पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा-भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय जेपी नड्डा जी, और विशान भाजपा परिवार के सभी सदस्य आप सभी को भाजपा के स्थापना दिवस की बहुत बहुत बधाई। उन्होंने कहा कि पार्टी की इस गौरवशाली यात्रा के आज 41 साल पूरे हुए, ये 41 वर्ष इस बात के साक्षी हैं कि सेवा और समर्पण के साथ कोई पार्टी कैसे काम करती है, ये 41 वर्ष इस बात के शाक्षी हैं कि सामान्य कार्यकर्ता का तप और त्याग किसी भी दल को कहां से कहां पहुंचा सकता है। देश का शायद ही कोई राज्य होगा कोई जिला होगा जहां पार्टी के लिए 2-2 या 3-3 पीढ़ियां न खप गई हों।
पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें
- मैं इस अवसर पर जनसंघ से लेकर भाजपा तक राष्ट्र सेवा के इस यज्ञ में अपना योगदान देने वाले हर व्यक्ति को आदरपूर्वक नमन करता हूं। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी, अटल बिहारी वाजपेयी जी, राजमाता सिंधिया जी, कुशाभाऊ ठाकरे जी। ऐसेअनगिनत महान व्यक्तित्वों को भाजपा के हर कार्यकर्ता की तरफ से मैं आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं
- पार्टी को विस्तार देने वाले हमारे आडवाणी जी, आदरणीय मुरलीमनोहर जोशी जी जैसे अनेकों वरिष्ठों का आशीर्वाद हमें लगातार मिलता रहा, पार्टी को अपना जीवन समर्पित करने वाले ऐसे हर वरिष्ठ जन को भी मैं प्रणाम करता हूं। भाजपा के लिए हमेशा यह मंत्र रहा है कि व्यक्ति से बड़ा दल और दल से बड़ा देश। यह परंपरा डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी से लेकर आजतक अनवरत चली आ रही है। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान की शक्ति है कि हम वो स्वप्न पूरा कर पाए। आर्टिकल 370 हटाकर कश्मीर को संवैधानिक अधिकार दे पाए।
- हम सभी ने देखा है कि कैसे अटल जी ने 1 वोट से सरकार गिरना स्वीकार कर लिया लेकिन पार्टी के आदर्शों से समझौता नहीं किया। आपातकाल में लोकतंत्र की रक्षा के लिए हमारे कार्यकर्ताओं ने कैसे कैसे कष्ट सहे। लोकतांत्रिक नैतिकता के कैसे कैसे उदाहरण दिए। हमारे देश में राजनीतिक स्वार्थ्य के लिए दलों के टूटने के अनेकों उदाहरण हैं लेकिन देशहित में लोकतंत्र के लिए दल के विलय की घटनाएं शायद ही कहीं मिलेगी। भारतीय जनसंघ ने यह करके दिखाया था। जनसंघ से लेकर अभी तक यह तप तपस्या हमारे कार्यकर्ताओं के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।
- पिछले साल कोरोना ने पूरे देश के सामने एक संकट खड़ा कर दिया था और तब आप अपना सुख दुख भूलकर देशवासियों की सेवा में लगे रहे, आपने सेवा ही संगठन का संकल्प लिया और उसके लिए डटे रहे, लगे रहे और लोगों की सेवा करते रहे। जो काम आप गांव गांव और शहरों में कर रहे थे, घर घर पहुंच रहे थे वैसा ही कुछ काम अंत्योदय की प्रेरणा से भाजपा की सरकार चाहे केंद्र हो या राज्य अपना दायित्व निभाती है। गरीब कल्याण योजना से लेकर वंदे भारत मिशन तक हमारे देश ने सेवा भाव को महसूस किया, यही नहीं, इसी संकट काल में देश ने नए भारत का खाका खींचा और आत्मनिर्भर भारत अभियान शुरू किया। आज आत्मनिर्भर भारत अभियान समाज के हर वर्ग का अभियान बन गया है।
- आज भाजपा से गांव गरीब का जुड़ाव इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि आज वो पहली बार अंत्योदय को साकार होता देख रहा है। 21वीं सदी में जिन युवाओं ने जन्म लिया है वे आज भाजपा के साथ हैं, गांधीजी कहते थे कि निर्णय और योजनाएं वो हो जो समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति को लाभ पहुंचाए। उसी मूल भावना को चरितार्थ करने के लिए हमने अथक प्रयास किया है।
- भाजपा अगर चुनाव जीते तो चुनाव जीतने की मशीन कहा जाता है, लेकिन दूसरे अगर चुनाव जीते तो पार्टी की वाहवाही, नेता की वाहवाही न जाने क्या कहा जाता है। इस तरह के 2 मापदंड हम देख रहे हैं। जो लोग कहते हैं कि भाजपा चुनाव जीतने की मशीन है वो एक प्रकार से भारत के लोकतंत्र की जो परिपक्वता है उसको समझ ही नहीं पाते, वो भारत के नागरिकों की सूजबूझ का आकलन ही नहीं कर पाते, वो उनकी समझ के परे है वो भारत के नागरिकों की आशा अपेक्षाएं और उनके सपनों को समझ नहीं पाते।
- सच्चाई ये है कि भाजपा चुनाव जीतने की मशीन नहीं देश और देशवासियों का दिल जीतने वाला एक अविरल अनवरत अभियान है। हम 5 साल तक इमानदारी से जनता की सेवा करते हैं सरकार में हो तब और सरकार में न हो तब भी, हर परिस्थिति में हम जनता से जुड़े रहते हैं। जनता के लिए जीते रहते हैं और सच्चाई ये है कि हम कभी गर्व नहीं करते कि हमारा दल जीता, हम हमेशा इस बात का गर्व करते हैं कि देश के लोगों ने हमें जिताया।
- हमारी पार्टी में भी एक टिप ऑफ आइसवर्ग है, यह अखबारों और टीवी पर दिखता है, लेकिन इनकी संख्या बहुत ज्यादा नहीं है, लेकिन एक बहुत बड़ी संख्या जो नजर नहीं आती है, भाजपा के उन कार्यकर्ताओं की है जो आम तौर पर दिखाई नहीं देती लेकिन वो जमीन पर रहकर काम करती है।
- आज भाजपा भारत की विविधता की एकता का प्रतीक बन गई है, हम हर क्षेत्र, भाषा, संप्रदाय, को जोड़कर आगे बढ़े हैं, भाजपा से गरीब भी जुड़ा है और मध्यम वर्ग भी हमारे साथ है, हम शहर में भी हैं और गांव में भी हैं। भाजपा आज राष्ट्रीय इंटरेस्ट की पार्टी होने के साथ क्षेत्रीय आकांक्षाओं की पार्टी हैं।