नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 100 वर्ष पूर्व प्रथम विश्व युद्ध में लड़ने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारत विश्व शांति के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराता है ताकि युद्धों से होने वाली मौतों और तबाही का मंजर फिर से नजर न आए। प्रथम विश्व युद्ध के सैनिकों को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत युद्ध में प्रत्यक्ष रूप से शामिल नहीं था, लेकिन हमारे सैनिकों ने सिर्फ शांति के लिए विश्व भर में लड़ाई लड़ी।
मोदी ने कई ट्वीट कर कहा, ‘आज जब हम भयावह प्रथम विश्व युद्ध के अंत के 100 साल पूरे कर रहे हैं, ऐसे में हम विश्व शांति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं और सद्भाव एवं भाईचारे के माहौल को विस्तार देने का प्रण करते हैं ताकि युद्धों से होने वाली मौतों और तबाही का मंजर फिर से नजर न आए।’ उन्होंने कहा कि भारत प्रथम विश्व युद्ध में लड़ाई लड़ने वाले अपने बहादुर सैनिकों को याद करता है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यह ऐसा युद्ध था जिसमें भारत प्रत्यक्ष तौर पर शामिल नहीं था, लेकिन फिर भी हमारे सैनिकों ने शांति की खातिर दुनिया भर में लड़ाई लड़ी।’ मोदी ने कहा कि उन्हें प्रथम विश्व युद्ध में भारत की भूमिका से जुड़ी जगहों - फ्रांस के नेउव-चापेल मेमोरियल और इजरायल के हाइफा-में श्रद्धांजलि अर्पित करने का गौरव प्राप्त हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जब (इजरायली) प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भारत आए तो हमने 3 मूर्ति-हाइफा चौक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।’
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