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Hindi News भारत राजनीति नेहरूजी में अपनी आलोचनाओं को स्वीकार करने का माद्दा था: मोदी

नेहरूजी में अपनी आलोचनाओं को स्वीकार करने का माद्दा था: मोदी

नई दिल्ली: राजग सरकार द्वारा राष्ट्र निर्माण में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू जैसे नेताओं के योगदान को अनदेखा किए जाने के आरोपों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज खारिज करते हुए

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नई दिल्ली: राजग सरकार द्वारा राष्ट्र निर्माण में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू जैसे नेताओं के योगदान को अनदेखा किए जाने के आरोपों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज खारिज करते हुए नेहरू की सराहना की।

संविधान के प्रति प्रतिबद्धता के विषय पर डॉ भीमराव अम्बेडकर की 125वीं जयंती के तहत लोकसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘लालकिले की प्राचीर और इस संसद में मैं पहले भी कह चुका हूं कि यह देश आज जहां है, इस देश का जो विकास हुआ है, उसमें आज से पहले की सरकारों और पहले के प्रधानमंत्रियों का योगदान रहा है।’

अपने भाषण में उन्होंने प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की सराहना करते हुए कहा कि उनमें आलोचनाओं को स्वीकार करने का माद्दा था। उन्होंने इसी संदर्भ में बताया कि एक बार इसी सदन में डॉ. राममनोहर लोहिया ने तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू जी से कहा था कि उनके पास यह बताने के लिए आंकड़ें हैं कि उनकी नीतियां सफल नहीं हो रही हैं।

मोदी ने कहा उस समय नेहरू जी ने खड़े होकर कहा था कि वो लोहियाजी के आंकड़ों को झुठला नहीं सकते। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नेहरूजी में अपनी आलोचनाओं को स्वीकार करने का माद्दा था।

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