अनगिनत कर्मयोगी कार्यकर्ताओं एवं निस्वार्थ नेताओं ने भाजपा को ‘पार्टी विद डिफरेंस’ बनाया: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भाजपा की पहचान किसी वंश से जुड़ी हुई नहीं है बल्कि अनगिनत कर्मयोगी कार्यकर्ताओं और जीवन का सर्वस्व खपा देने वाले निस्वार्थ नेताओं ने ही भाजपा को ‘पार्टी विद डिफरेंस’ बनाया है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी की पहचान किसी वंश से जुड़ी हुई नहीं है बल्कि अनगिनत कर्मयोगी कार्यकर्ताओं और जीवन का सर्वस्व खपा देने वाले निस्वार्थ नेताओं ने ही भाजपा को ‘पार्टी विद डिफरेंस’ बनाया है। ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ अभियान के तहत नरेन्द्र मोदी एप के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर भाजपा ‘पार्टी विद डिफरेंस’ है तो उसके कार्यकर्ताओं की छवि भी अलग (डिफरेंट) होनी चाहिए।
पांच राज्यों में होने वाले चुनाव के संदर्भ में उन्होंने कहा कि चुनाव जीतना भाजपा के लिए किसी को परास्त करने का अहंकार नहीं है, बल्कि यह सेवा करने का एक अवसर है। उन्होंने कहा कि ‘हमारा बूथ, सबसे मजबूत’ भाजपा के लिये चुनावी यंत्रणा नहीं है बल्कि यह जन सामान्य की आशा आकांक्षाओं से जुड़ने का प्रयास है। अपनी सरकार पर कांग्रेस के नेताओं के हमले के परोक्ष संदर्भ में मोदी ने कहा कि आज जो भाषण झाड़ रहे हैं, अगर सरकारों ने पहले अच्छा काम किया होता तो ऐसी स्थिति नहीं होती। अपनी सरकार की परियोजनाओं को कांग्रेस पार्टी द्वारा अपनी सरकार की योजना बताये जाने के बारे में एक कार्यकर्ता के सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर ये योजनाएं उनकी (कांग्रेस की) सरकार के दौरान बनी, तब इसका क्यों विरोध कर रहे हैं। अगर सारा काम उनका है तो विरोध क्यों कर रहे हैं।
मोदी ने कहा कि ऐसी बातें भी विरोधी की कमियों को उजागर करती हैं। चाहे आधार कार्ड हो, चाहे दिल्ली मेट्रो हो, इसकी पहल अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय में हुई थी। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अगर उनका काम अच्छा होता तब देश की जनता उन्हें सत्ता से बाहर क्यों करती। मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से लोगों के समक्ष तथ्य पेश करने को कहा और इस संदर्भ में नरेन्द्र मोदी एप की मदद लेने का सुझाव भी दिया। उन्होने कहा कि उनके लिये यह सौभाग्य की बात है की नवरात्र के पहले ही दिन देशभर के कार्यकर्ताओं से बातचीत का अवसर मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बातचीत सबको देश के लिए, गांव-गरीब के लिए और अधिक ऊर्जा, और अधिक प्रतिबद्धता के साथ काम करने के लिए प्रेरित करे।
अपनी सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि आर्थिक हो या सामाजिक वरिष्ठ नागरिक आत्म निर्भर रहें इसको सुनिश्चित करने के लिए हमारी सरकार ने काम किया है। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि उम्र बीतने के साथ-साथ स्वास्थ संबंधी दिक्कतें भी आने लगती है। दवाइयों और इलाज का खर्चा बढ़ जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए जन-औषधि योजना शुरू की गई ताकि दवाइयां सस्ते दामों पर उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि सरकार वरिष्ठ नागरिकों को कर राहत भी प्रदान कर रही है। उनके लिए आय पर टैक्स में छूट की मूल सीमा को बढ़ाकर तीन लाख कर दिया गया है।
मोदी ने कहा कि पहले के मुकाबले कारोबार सुगमता की हमारी रैंकिंग में काफी सुधार हुआ है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कारोबार शुरू करने और उसे चलाने की जो प्रक्रियाएं हैं… बिजली से लेकर तमाम चीजों की मंजूरी लेने तक... अब वो और सरल हो गई हैं। उन्होंने कहा कि अटल नवोन्मेष मिशन के तहत, सैकड़ों स्कूलों में टिंकरिंग प्रयोगशालाएं चल रही हैं और स्कूल भी एक नवोन्मेष आधारित समाज की नींव रख रहे हैं। मोदी ने कहा कि लोग अक्सर सोचते हैं कि रैंकिंग में सुधार होने से केवल कागजों पर चीजें बदलती हैं... लोगों के जीवन में इससे ज्यादा बदलाव नहीं आता... लेकिन सही मायने में कहा जाए तो रैंकिंग में सुधार होने से लोगों के जीवन में बदलाव भी साफतौर पर देखने को मिलता है।