नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 71वें जन्मदिन पर शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, केंद्रीय मंत्रियों, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें शुभाकमनाएं दीं और उनके दीर्घायु होने की कामना की। कोविंद ने अपने संदेश में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। मेरी शुभेच्छा है कि आप स्वस्थ रहें और दीर्घायु प्राप्त कर ‘अहर्निशं सेवामहे’ की अपनी सर्वविदित भावना के साथ राष्ट्र सेवा का कार्य करते रहें।’’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी के रूप में देश को एक ऐसा सशक्त व निर्णायक नेतृत्व मिला है, जिसने दशकों से अपने अधिकारों से वंचित करोड़ों गरीबों को विकास की मुख्यधारा से जोड़कर न सिर्फ उन्हें समाज में गरिमामय जीवन दिया बल्कि अपने अथक परिश्रम से विश्वभर को यह दिखाया कि एक प्रजावत्सल नेतृत्व कैसा होता है। प्रधानमंत्री के उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु होने की कामना करते हुए शाह ने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी ने न सिर्फ देश को समय से आगे सोचने और परिश्रम की पराकाष्ठा से संकल्प को सिद्ध करने की सोच दी बल्कि उसको चरितार्थ करके भी दिखाया।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प व समर्पण ने देशवासियों में एक नई ऊर्जा व आत्मविश्वास पैदा किया है, जिससे आज देश नित नए कीर्तिमान स्थापित कर आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है। उन्होंने इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे पार्टी के ‘‘सेवा और समर्पण’’ अभियान के अंतर्गत सेवा कार्यों में भाग लें और भाजपा सरकारों की कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि निर्णय लेने की क्षमता, कल्पनाशीलता और दूरदृष्टि के लिए विख्यात नरेंद्र मोदी ने भारत को एक ‘आत्मनिर्भर भारत’ का स्वरूप देने का जो संकल्प लिया है, वह उनकी दूरदृष्टि और प्रबल इच्छाशक्ति का प्रतीक है। उन्होंने कहा, ‘‘अपने अब तक के कार्यकाल में प्रधानमंत्री ने विकास और सुशासन के कई नए अध्याय लिखे हैं। भारत को सशक्त, समृद्ध और स्वाभिमानी देश के रूप में विकसित करने का उनका स्वप्न पूरा हो, उनके जन्मदिन पर यही शुभकामना है। ईश्वर उन्हें उत्तम स्वास्थ्य एवं लम्बी आयु प्रदान करें।’’
नरेंद्र मोदी का जन्म 1950 में गुजरात में हुआ था। वह कम उम्र में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हो गए थे। बाद में वह भाजपा से जुड़े। वर्ष 2001 में वह गुजरात के मुख्यमंत्री बने और उनके नेतृत्व में तीन बार लगातार वहां भाजपा की सरकार बनी। उन्होंने कभी चुनावी हार का सामना नहीं किया। उनके नेतृत्व में भाजपा ने 2014 और 2019 को लोकसभा चुनाव भी जीता।
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