पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने शनिवार को कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन की सरकार दो साल से अधिक चलने वाली नहीं है और बिहार में मध्यावधि चुनाव होना लगभग तय है। विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन की समीक्षा बैठक में पासवान ने कहा, "नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार डेढ़ या दो साल से अधिक चलने वाली नहीं है। यहां मध्यावधि चुनाव होना तय है।"
पासवान ने कहा कि महागठबंधन ने चुनाव में 'जाति कार्ड' खेला है, लेकिन यह सरकार ज्यादा लंबे समय तक नहीं चलेगी। नीतीश के नेतृत्व वाले महागठबंधन में जनता दल (युनाइटेड), राष्ट्रीय जनता दल(राजद) और कांग्रेस शामिल है।
पासवान ने कहा, "लालू प्रसाद की राजद सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जद(यू) दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। समस्या है कि दोनों में वर्चस्व की लड़ाई है।" पासवान की लोजपा, केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) भाजपा के नेतृत्व वाले राजग में शामिल थे।
विधानसभा चुनाव में राजग को केवल 58 सीटें ही मिली, जिसमें 53 भाजपा को, दो लोजपा को, दो रालोसपा को और एक सीट हम को मिली है। लोजपा ने 40 सीटों पर चुनाव लड़ा था। पासवान के छोटे भाई और राज्य लोजपा अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस, पासवान के दो दामाद, भतीजा और एक अन्य करीबी रिश्तेदार भी चुनाव में हार गए।
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