नई दिल्ली: लोकसभा सोमवार को भाषाई विविधता का गवाह बनी। नवनिर्वाचित सदस्य अंग्रेजी और संस्कृत समेत कई अन्य भारतीय भाषाओं में शपथ ले रहे हैं। अधिकतर सांसद हिदी में शपथ ले रहे हैं, वहीं दिल्ली के सांसद हर्षवर्धन, मीनाक्षी लेखी और पहली बार सांसद बने प्रताप चंद्र सारंगी ने संस्कृत में शपथ ली।
इस बीच केरल से कांग्रेस के सदस्य कोडिकुन्निल सुरेश ने हिंदी में शपथ लेकर सबको चौंका दिया। केरल के सांसद के इस कदम का हिंदीभाषी सदस्यों ने मेज थपथपा कर उनका स्वागत किया। सुरेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद शपथ लेने वाले दूसरे सदस्य थे।
कोडिकुन्निल सुरेश छठी बार सांसद बने हैं। तिरुवनतंपुरम जिले के कोडिकुन्निल इलाके में एक गरीब परिवार में जन्मे सुरेश पहली बार 1989 में सांसद बने थे। 17वीं लोकसभा में वह मावेलीकारा लोकसभा सीट से निर्वाचित हुए। वह श्रम मंत्रालय में राज्यमंत्री का प्रभार संभाल चुके हैं।
वहीं, हरसिमरत कौर बादल ने पंजाबी में, अरविंद सावंत ने मराठी में, डी.वी. सदानंड गौड़ा ने कन्नड़ में, भर्तृहरी महताब ने उड़िया में, उधमपुर के सांसद जितेंद्र सिंह ने डोगरी में शपथ ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिह, सड़क परिवहन और यातायात मंत्री नितिन गड़करी और महिला व बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने हिंदी में शपथ ली।
17वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार को हुआ और प्रोटेम स्पीकर वीरेंद्र सिंह सदस्यों को शपथ दिला रहे हैं। शपथ ग्रहण मंगलवार को भी जारी रहेगा।
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