VIDEO: जानें कुलभूषण मामले में पाकिस्तान ने कौन से किए पांच फ़रेब
बेईमान पाकिस्तान का झूठ एक-एक कर बेनकाब हो रहा है. कुलभूषण जाधव की परिवार से मुलाकात कराने के नाम पर पाकिस्तान ने जो झूठ परोसे वो अब एक एक कर दुनिया के सामने रहा हैं.
बेईमान पाकिस्तान का झूठ एक-एक कर बेनकाब हो रहा है. कुलभूषण जाधव की परिवार से मुलाकात कराने के नाम पर पाकिस्तान ने जो झूठ परोसे वो अब एक एक कर दुनिया के सामने रहा हैं. हम आपको पाकिस्तान के वो पांच झूठ दिखा रहे हैं जिससे पाकिस्तान एक बार फिर बेकनाब हो गया है.
पाकिस्तान एक जूते से डर गया
जब कुलभूषण की पत्नी चेतनकुल गाड़ी से उतरकर पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के दफ्तर के अंदर जा रही थी तब उनके पैरों में ब्राउन कलर की..बिना कोई डिजाइन वाली बेली थी लेकिन करीब एक घंटे बाद जब वो बिल्डिंग से बाहर निकलीं तो उनके जूते बदले हुए थे. उनके पैरों में व्हाइट कलर के डिजाइन वाले शूज दिखाई दिए. पाकिस्तान ने सिक्योरिटी के नाम पर जूते तक रख लिए.
इस बारे में पूछे जाने पर पाकिस्तान ने हैरान करने वाला जवाब दिया. पाकिस्तानी मीडिया में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय का हवाला देकर कहा जा रहा है कि जाधव की पत्नी के जूतों में जासूसी उपकरण लगे हैं जिसकी वजह से वो जूते वापस नहीं कर रहा है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैज़ल ने एक पाकिस्तानी चैनल से कहा, 'जाधव की पत्नी के जूतों में कुछ था, जिसकी जांच की जा रही है. जाधव की पत्नी को दूसरे जूते दे दिए गए थे और उनके बाकी गहने लौटाए जा चुके हैं.
दिलचस्प बात ये है कि पाकिस्तान को कुलभूषण से मिलने आईं दो महिलाओं में से सिर्फ एक महिला के जूतों में साज़िश नज़र आई.
फ़र्ज़ी मेडिकल रिपोर्ट
पाकिस्तान के फ़रेब की तस्दीक कर रही है ये फ़र्ज़ी मेडिकल रिपोर्ट. पाकिस्तान की ओर से दावा किया गया है कि दुबई के इस साऊदी जर्मन हॉस्टिपल के मेडिकल रिपोर्ट में कुलभूषण जाधव पूरी तरह से फिट हैं. दो पन्नो की ये रिपोर्ट 22 दिसंबर को जारी की गई थी. लेकिन जब इंडिया टीवी ने इस हॉस्टिपल से संपर्क किया तो चौंकाने वाले खुलासे हुए....हॉस्टिपल ने साफ-साफ कह दिया कि कुलभूषण जाधव नाम के किसी पेशेंट का कोई मेडिकल रिपोर्ट तैयार नहीं किया गया है...
इस मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर दुबई के साऊदी जर्मन हॉस्पिटल से जब बात की गई तो अस्पताल ने कुलभूषण जाधव नाम के किसी मरीज़ का इलाज करने से ही इनकार कर दिया. हॉस्टिपल के मैनेजमेंट का साफ-साफ कहना है कि उसकी इस्लामाबाद में कोई ब्रांच नहीं है. इंडिया टीवी ने कुलभूषण जाधव की डेट ऑफ बर्थ, जो इस रिपोर्ट में 15 अप्रैल 1969 दर्ज है, उसके आधार पर भी चेक करने का अनुरोध किया लेकिन हॉस्पिटल ने ऐसी किसी भी जन्म तिथि वाले मरीज की मेडिकल रिपोर्ट तैयार करने से इंकार कर दिया. जब इंडिया टीवी ने मेडिकल रिपोर्ट तैयार करने वाले डॉ UWE Johannes Nellesen के बारे में जानकारी लेनी चाही तो बताया गया कि डॉक्टर चार जनवरी तक छुट्टी पर हैं.
मां और पत्नी के मंगलसूत्र ग़ायब
जब कुलभूषण जाधव की मां अवंती और पत्नी चेतनकुल पाकिस्तान हाई कमीशन पहुंची तो गाड़ी से उतरते वक्त कुलभूषण की पत्नी के गले में मंगलसूत्र था, माथे पर बिंदी लगी हुई थी. कुलभूषण की मां के माथे पर भी बिंदी थी और हाथ में चूड़ियां थीं लेकिन कुछ वक्त बाद छोटे से कंटेनर में कुलभूषण जाधव से उनकी मां और पत्नी की मुलाकात के बाद चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आईं. कुलभूषण जाधव की पत्नी और मां के गले में मंगलसूत्र मौजूद नहीं था. दोनों के माथे पर बिंदी भी नहीं थी. ये सब कुछ मुलाकात से पहले उतरवा लिया गया था.
मराठी भाषा में बातचीत करने से रोका
कुलभूषण के परिवार ने कल दिल्ली में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की थी. इस मुलाकात में कुलभूषण की मां ने सुषमा स्वराज को बताया कि पाकिस्तान उन्हें उनकी मातृभाषा में बात करने से रोक रहा था. कुलभूषण जाधव मराठी हैं इसलिए मां और पत्नी मराठी में ही बात करना चाहते थे लेकिन जैसे ही मां मराठी में बात करती थी पाकिस्तानी अधिकारी लाइन काट देते थे और बार बार टोकते थे. आखिरकार उन्हें मराठी में बात नहीं करने दी गई.
एक ओर पाकिस्तानी अफसरों ने कुलभूषण की पत्नी और मां को मराठी में बातचीत करने नहीं दिया तो वहीं मुलाकात के वक्त पाकिस्तान ने एक और वादा नहीं निभाया. पाकिस्तान ने वादा किया था कि मुलाकात के वक्त भारत के एक राजनायिक हर वक्त कुलभूषण के परिवार के साथ मौजूद रहेंगे लेकिन पाकिस्तान ने ये बात भी नहीं मानी. पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में भारतीय दूतावास के डिप्टी हाईकमिश्नर जेपी सिंह को गेट पर ही रोक लिया था और उनके बिना ही मीटिंग शुरु करवा दी थी. काफी मुश्किलों के बाद जेपी सिंह अंदर पहुंचे.
सरकारी मीडिया को आगे कर दिया
इतना ही नहीं कुलभूषण के परिवार को असहज करने के लिए उन्हे साज़िश करके सरकार के इशारे पर चलने वाली मीडिया के सांमने खड़ा कर दिया जिसने इस तरह के सवाल पूछे
मुलाकात कैसी रही ?
आपके पति ने हज़ारों बेगुनाह पाकिस्तानियों के खून से होली खेली...उसके बारे में आप क्या कहती हैं ?
मैडम, आप खुश हैं उनसे मिलकर ?
आप मुलाकात से खुश हैं...?
आपके क्या जज्बात हैं ...कातिल बेटे से मिलने के बाद...?
मैडम..आप क्या कहेंगी...
माताजी ...आपका क्या कहना है ?
जाहिर है कुलभूषण का परिवार ऐसे सवालों से असहज महसूस कर रहा था. 22 महीने बाद मां के बेटे से और पत्नी के पति से हुई आधे-अधूरे मुलाकात के बाद जब परिवार पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के दफ्तर से बाहर निकल रहा था तब काफी देर तक मीडिया सवाल पूछती रही तो पास मौजूद भारतीय उप उच्चायुक्त जेपी सिंह एक्टिव हुए. उन्होंने मीडिया से सवाल पूछने से मना किया लेकिन पाकिस्तान की शह पर चलने वाला मीडिया नहीं माना. जब लगातार सवाल जारी रहे तो फिर कुलभूषण की मां और पत्नी फिर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के दफ्तर के मेन गेट की तरफ चले गए. वो वापस अंदर दाखिल हुए और गाड़ी आने तक कुछ देर वहीं खड़े रहे.