पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव के परिवार के लिए जारी किया वीज़ा, सोमवार को उनसे मुलाकात कर सकेंगी
पाकिस्तान ने कथित जासूसी के मामले में पाकिस्तान की जेल में सज़ा काट रहे भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के परिवार के लिए वीज़ा जारी किया है.
पाकिस्तान ने कथित जासूसी के मामले में पाकिस्तान की जेल में सज़ा काट रहे भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के परिवार के लिए वीज़ा जारी किया है. कुलभूषण जाधव के परिवार के लिए जो वीजा जारी किया गया है वह इस्लामाबाद के लिए जारी हुआ है. कुलभूषण की मां, उनकी पत्नी के लिए मानवता के आधार पर पाकिस्तान ने वीजा जारी कर दिया है और उनकी मुलाकात 25 दिसंबर को हो सकती है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने इस बाबत ट्वीट करके जानकारी दी.
वीजा मिलने के बाद 47 साल के जाधव की पत्नी और मां अब सोमवार को उनसे मुलाकात कर सकेंगी।पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने बीते अप्रैल में जासूसी और आतंकवाद के आरोप में जाधव को मौत की सजा सुनाई थी, जिसके बाद भारत ने मई में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) का रुख किया था। भारत की अपील पर अंतिम फैसला आने तक आईसीजे ने जाधव को मौत की सजा दिए जाने पर रोक लगा दी थी।
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्वीट किया, ‘‘नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग ने आज कमांडर जाधव की मां और पत्नी को वीजा जारी किया ताकि वे उनसे मुलाकात के लिए इस्लामाबाद आ सकें ।’’ जाधव के परिवार ने पिछले हफ्ते वीजा के लिए अर्जी दी थी । विदेश कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि जाधव के परिवार की हिफाजत के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपाय किए जाएंगे ।पाकिस्तान 25 दिसंबर को जाधव की मुलाकात उनकी मां और पत्नी से कराने पर सहमत हुआ है । वह भारत की इस मांग पर भी सहमत हुआ है कि उनके साथ इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी को भी जाने दिया जाए । गुरूवार को पाकिस्तान ने नई दिल्ली स्थित अपने उच्चायोग को निर्देश दिया था कि वह जाधव की मां और पत्नी को वीजा जारी करे ।
पाकिस्तान ने जाधव को राजनयिक मदद मुहैया कराने की भारत की मांग बार-बार यह कहते हुए ठुकराई कि यह जासूसों के मामले में लागू नहीं होता । उसने कहा कि जाधव कोई आम शख्स नहीं है, क्योंकि उसने जासूसी की नीयत से देश में प्रवेश किया और कथित विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम दिया। पाकिस्तान का दावा है कि उसके सुरक्षा बलों ने पिछले साल तीन मार्च को अपने अशांत प्रांत बलूचिस्तान से जाधव उर्फ हुसैन मुबारक पटेल को उस वक्त गिरफ्तार किया था जब वह कथित तौर पर ईरान से पाकिस्तानी सीमा में दाखिल हुए।बहरहाल, भारत का कहना है कि जाधव को ईरान से अगवा किया गया और भारतीय नौसेना से रिटायर होने के बाद वहां उनके व्यापारिक हित हैं ।
पाकिस्तान शुरू से आरोप लगाता आ रहा है कि उसने जाधव को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है और वह भारत की खुफिया एजेंसी रॉ का एजेंट है, जबकि भारत इस बात से साफ इनकार करता आ रहा है. इस पर भारत ने अपना रुख साफ करते हुए कहा कि जाधव को ईरान से किडनैप किया गया है, वह वहां अपनी बिजनेस की ट्रिप पर गया था, वह भारतीय नौसेना का रिटायर्ड अधिकारी है. जाधव को पाकिस्तान में फांसी की सजा सुनाई गई है, जिसे भारत ने अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में चुनौती दी थी.