गुवाहाटी: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने रविवार को कहा कि आजादी के बाद से ही भारतीय सेना राजनीति से दूर रही है, और यही स्थिति कायम रहनी चाहिए। आजाद ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में मीडियाकर्मियों से कहा, "सेना के लिए हमारे भीतर बहुत सम्मान है, वे हमारे रक्षक हैं। लेकिन सेना को देश में किसी राजनीतिक दल की प्रगति की चिंता नहीं करनी चाहिए। सेना प्रमुख का कर्तव्य देश की और देश की हरेक इंच जमीन की रक्षा करना है।"
आजाद का यह बयान सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की हाल की उस टिप्पणी के जवाब में आया है, जिसमें उन्होंने दिल्ली में हाल में हुई एक संगोष्ठी के दौरान बांग्लादेश से असम में घुसपैठ को राज्य में ऑल इंडिया युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के विकास से जोड़ा था और वहां भाजपा के तेज गति से प्रगति न करने पर चिंता जताई थी।
उन्होंने कहा, "हमें हमारी सेना पर गर्व है, जो देश की आजादी के बाद से ही गैर राजनीतिक रही है। हमने सेना को गैर राजनीतिक बनाए रखा है और हम चाहते हैं कि भविष्य में भी सेना गैर राजनीतिक बनी रहे।"
आजाद चुनावी राज्य मेघालय में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करने के बाद रविवार को गुवाहाटी में थे। शनिवार को असम पहुंचने के बाद उन्होंने बराक घाटी का भी दौरा किया।
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