नई दिल्ली: दिल्ली में पिछले दिनों हुए सांप्रदायिक दंगों के मुद्दे को लेकर संसद में हंगामे के आसार दिखाई दे रहे हैं। सोमवार से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में विपक्षी दलों ने राज्यसभा में जोरशोर से उठाने की तैयारी कर ली है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और आम आदमी पार्टी के सदस्यों ने राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से उच्च सदन की कार्यवाही स्थगित कर दिल्ली के दंगों के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मुद्दे पर सीपीएम के के.के. रागेश, टीके रंगराजन और AAP के संजय सिंह ने नियम 267 के तहत कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 11 फरवरी तक चलने के बाद दूसरा चरण 2 मार्च से 3 अप्रैल तक चलेगा। रागेश द्वारा राज्यसभा सचिवालय को भेजे नोटिस में सोमवार को सदन की कार्यवाही स्थगित कर दिल्ली दंगों के मुद्दे पर सभापति से चर्चा कराने की मांग की गई है।
रागेश ने कहा कि दिल्ली दंगों में 42 निर्दोष लोगों की जान चली गई और लगभग 200 लोग घायल हुए। इसे जनहित से जुड़ा गम्भीर विषय बताते हुए तीनों सदस्यों ने इस पर चर्चा कराने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल सहित अन्य दलों के सदस्यों ने भी रविवार को कहा था कि वे इस मुद्दे को संसद में जोरशोर से उठाएंगे। इसके मद्देनज़र संसद के दोनों सदनों की बैठक हंगामेदार रहने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।
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