मुंबई: महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार के बीते सोमवार को हुए मंत्रिमंडल विस्तार के बाद शिवसेना, कांग्रेस और NCP में तमाम नेता असंतुष्ट बताए जा रहे हैं। एक नाम संजय राउत का भी लिया जा रहा है जिन्होंने इस गठबंधन सरकार को बनवाने में अहम भूमिका अदा की थी। दरअसल, संजय के भाई सुनील राउत का मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा था, लेकिन जब शिवसेना के कोटे के मंत्रियों की अंतिम लिस्ट आई तो उनका नाम गायब था। शिवसेना के नेता हालांकि किसी भी तरह के तनाव से इनकार कर रहे हैं, लेकिन संजय के एक फेसबुक पोस्ट ने सस्पेंस बढ़ा दिया है।
राउत के इस फेसबुक पोस्ट ने बढ़ाया सस्पेंस
राउत ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि 'हमेशा ऐसे व्यक्ति को संभाल कर रखिए, जिसने आप को तीन भेंट दी हों- साथ, समय और समर्पण।' शिवसेना के राज्यसभा सांसद राउत के इस पोस्ट को पार्टी अध्यक्ष और सूबे के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की तरफ एक इशारे के रूप में देखा जा रहा है। सुनील को मंत्री न बनाए जाने के बाद से ही तमाम तरह की अटकलें लग रही हैं। हालांकि कुछ देर बाद संजय राउत ने फेसबुक पोस्ट को डिलीट कर दिया, लेकिन तब तक यह तमाम नजरों के सामने से गुजर चुका था।
शिवसेना सांसद ने किया था यह फेसबुक पोस्ट, फिर डिलीट किया।
किसी भी तरह के तनाव से किया इनकार
इससे पहले जब संजय राउत से मीडिया ने नाराजगी की खबरों पर प्रतिक्रिया मांगी थी तो उन्होंने कहा था, 'हम लोग देने वाले हैं, मांगने वाले नहीं। पार्टी के लिए काम करते हैं, पद के लिए नहीं। सुनील राउत पक्का शिवसैनिक है। महाराष्ट्र में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार बनी, इसका हमें गर्व है।' इस तरह संजय ने किसी भी तरह की नाराजगी की बात से इनकार किया था, हालांक अब फेसबुक पोस्ट के डिलीट होने से अटकलें फिर शुरू हो गई हैं। आपको बता दें कि शिवसेना ने अपने कोटे से 3 निर्दलियों को मंत्री बना दिया, लेकिन उनके भाई सुनील के लिए जगह नहीं बन पाई।
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