पटना: राफेल विमान सौदे को लेकर प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने पर विपक्ष पर पलटवार करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री
राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि कोई भी मोदी की ईमानदारी पर सवाल खड़ा नहीं कर सकता और प्रतिद्वंद्वी दलों को लोगों की आंखों में धूल झोंकने एवं उन्हें गुमराह करने से बाज आना चाहिए।
सिंह ने कहा कि जो लोग बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं, उन्हें जवाब देना चाहिए कि मोदी ‘‘किसके लिए, अपनी पत्नी के लिए, बच्चे के लिए’ संपत्ति बनायेंगे? कौन है उनका? वह इसे किसे देंगे।’’ उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव हेतु भाजपा के संकल्प पत्र के लिए सुझाव जुटाने के लिए बुद्धिजीवियों के साथ बाचतीत के दौरान कहा, ‘‘मैं आहत महसूस करता हूं। मैं लंबे समय से मोदी को जानता हूं...यदि आप चाहते हैं तो आप दूसरे आरोप लगा सकते हैं-- कि मोदी ने कम काम किया या फिर मोदी और काम कर सकते थे--- लेकिन कोई भी प्रधानमंत्री की ईमानदारी और मंशा पर सवाल खड़ा नहीं कर सकता। आपको लोगों को गुमराह कर राजनीति नहीं करनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों समेत भाजपा के किसी भी नेता पर भ्रष्टाचार का दाग नहीं है। पार्टी के शीर्षस्थ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने अपने विरुद्ध आरोप लगने पर इस्तीफा देकर एक उदाहरण स्थापित किया था। सिंह ने कहा,‘‘किसी ने कहा कि प्रथम दृष्टया मामला बनता है, इसलिए आडवाणीजी ने इस्तीफा देकर उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि वह तबतक संसद में कदम नहीं रखेंगे जबतक उनका नाम पाक-साफ नहीं हो जाता।’’ वह हवाला घोटाला में नाम आने के बाद 1996 में आडवाणी द्वारा सांसद के तौर पर इस्तीफे का जिक्र कर रहे थे।
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने देशभर से 10 करोड़ लोगों से सुझाव जुटाने के लिए तीन फरवरी को एक महीने का ‘भारत के मन की बात, मोदी के साथ’ अभियान शुरू किया था। पार्टी के बिहार मामलों के प्रभारी भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव, राज्य के मंत्री नंद किशोर यादव और प्रेम कुमार भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का संचालन पूर्व मंत्री नीतीश मिश्रा ने किया। सिंह ने कहा कि राजनीति लोगों के बीच झूठ फैलाने और उनकी आंखों में धूल झोंकने के आधार पर नहीं होनी चाहिए बल्कि यह सच और केवल सच से निर्दिष्ट होनी चाहिए।