पटना: बिहार के भागलपुर जिले में कथित सृजन घोटाले को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने एकबार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर निशाना साधा है। लालू ने आरोप लगाया कि पूरा घोटाला नीतीश कुमार की जानकारी में हो रहा था, लेकिन उन्होंने नहीं रोका। पटना में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में लालू ने दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा कि इस वर्ष 10 जुलाई से सरकारी खाते का चेक बाउंस करने लगा था, लेकिन नीतीश ने इसे 27 दिनों तक छिपाए रखा। उन्होंने कहा कि नौ अगस्त को नीतीश ने विशेष जांच दल गठित कर जांच के लिए भेजा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सृजन घोटाले में पूरी तरह फंस चुके हैं और अब एक के बाद एक झूठ बोल रहे हैं।
बेनामी संपत्ति मामले में घिरे लालू ने कहा कि वे इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि सृजन घोटाले में जेल जाने से बचने के लिए ही नीतीश ने गठबंधन तोड़ा और भाजपा के साथ जाकर सरकार बनाई। राजद की भागलुपर की रैली को नीतीश द्वारा 'नुक्कड़ सभा' कहे जाने पर लालू ने कहा कि राजद मुख्य विपक्षी पार्टी है और जनता के प्रतिनिधि के नाते सभी बातें जनता के बीच ले जाएंगे।
जद (यू) नेता द्वारा बयानबाजी में संयम बरतने की सलाह पर लालू ने पलटवार करते हुए कहा, "नीतीश हमको मर्यादा का पाठ पढ़ाते हैं। ऐसे बोलते हैं, जैसे वे मेरे हेडमास्टर हैं। नीतीश कुमार अपने प्रवक्ताओं से राजद नेताओं को गाली दिलवा रहे हैं।"लालू ने नीतीश पर तंज कसते हुए कहा, "सीबीआई द्वारा तेजस्वी पर प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद वह तेजस्वी यादव को सार्वजनिक रूप से सफाई देने का पाठ पढ़ा रहे थे, अब उनको (नीतीश) को जवाब देना होगा।" उन्होंने कहा कि सुशील मोदी इस घोटाले में सीधे शामिल हैं। नीतीश कुमार अपना चेहरा छिपाने के लिए रोजाना सुशील मोदी के माध्यम से प्रेस कांफ्रेंस करवाते थे।
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