पटना: जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने यहां शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सदन में विशेष राज्य की मांग को नकार देने के बाद यह मुद्दा देश में समाप्त हो गया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नसीहत देते हुए पप्पू यादव ने कहा कि अब विशेष राज्य के दर्जे की बात छोड़कर उन्हें बिहार के अलग-अलग हिस्सों मगध, मिथिला और कोसी के लिए विशेष पैकेज की मांग की जानी चाहिए।
लोकसभा में शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले वॉकआउट करने वाले सांसद पप्पू यादव ने कहा कि सदन में अविश्वास प्रस्ताव के बहस के दौरान ना सत्तापक्ष और न ही विपक्ष ने बिहार के किसी मुद्दों पर चर्चा की।
उन्होंने कहा कि न तो बिहार में आई बाढ़ पर चर्चा की गई और न ही सूखे पर। न बेरोजगार युवाओं की समस्याओं की बात की गई और न ही बिहार को दिए गए कथित विशेष पैकेज की। उन्होंने कहा कि ऐसे में सदन में रहने का औचित्य ही क्या था?
पप्पू यादव ने कहा, "बहस के दौरान बिहार के नेताओं ने भी बिहार की चर्चा नहीं की और मुझे बोलने का समय ही नहीं दिया गया।"
शनिवार को दिल्ली से पटना पहुंचे पप्पू ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बहस के जवाब में स्पष्ट कर दिया है कि वर्तमान परिस्थिति और नियमों के तहत किसी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता। ऐसे में यह मुद्दा ही समाप्त हो गया।
उन्होंने कहा कि अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि अब नीतीश कुमार को बिहार के अलग-अलग क्षेत्रों के लिए विशेष पैकेज की मांग करनी चाहिए। वे हालांकि यह भी कहते हैं कि बिहार को विशेष राज्य का मुद्दा तब से है जब से झारखंड अलग राज्य बना है।
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