महागठबंधन को झटका, लालू की ‘बीजेपी हटाओ, देश बचाओ’ रैली से नीतीश ने किया किनारा
बीजेपी के ख़िलाफ़ 2019 के लोकसभा चुनाव में महागठबंधन बनाने के लालू प्रसाद यादव के प्रयासों को झटका लगा है।
बीजेपी के ख़िलाफ़ 2019 के लोकसभा चुनाव में महागठबंधन बनाने के लालू प्रसाद यादव के प्रयासों को झटका लगा है। लालू की पार्टी आरजेडी ने बिहार की राजधानी पटना में 27 अगस्त को बीजेपी के विरोध में ‘बीजेपी हटाओ, देश बचाओ’ रैली का आयोजन किया है लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू इसमें शामिल न होने का फ़ैसला किया है। इस फ़ैसले से दोनों पार्टियों के बीच खाई गहरी हो गई है।
एक अंग्रेज़ी दैनिक के अनुसार जदयू के राष्ट्रीय महासचिव श्याम राजक ने कहा है कि रैली का आयोजन आरजेडी ने किया है और जदयू उसमें पार्टी के तौर पर शामिल नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार को रैली में शामिल होने का कोई न्योता मिलता है तो वह सोचेंगे कि व्यक्तिगत तौर पर उन्हें शामिल होना है या नहीं।
आरजेडी की रैली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला और पूर्व पीएम एच डी देव गोड़ा शामिल हो सकते हैं। इसके साथ ही अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और मायावती की बहुजन समाज पार्टी भी आरजेडी के साथ है।
नीतीश और लालू की पार्टियों का गठबंधन इन दिनों कमज़ोर पड़ता नज़र आ रहा है। इससे पहले नीतीश कुमार ने ऐलान किया था कि वह राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार की जगह एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का समर्थन करेंगे। नीतीश ने यह भी कहा था कि विपक्ष ने बिहार की बेटी (मीरा कुमार) को हारने के लिए खड़ा किया है। इतना ही नहीं जीएसटी लॉन्च के लिए हुए कार्यक्रम में नीतीश ने अपनी और से प्रतिनिधि भेजा था। वहीं कांग्रेस और आरजेडी ने कार्यक्रम का बहिष्कार किया था।