पटना: बिहार में पिछले दिनों कहर बरपा चुके AES या चमकी बुखार पर सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुप्पी तोड़ते हुए विधानसभा में अपनी सरकार की बात रखी। हालांकि इस दौरान विपक्ष ने लगातार हंगामा मचाना जारी रखा। वहीं, राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख एवं विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के सदन से अनुपस्थित रहने पर भी बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने सवाल उठाया। सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हंगामे के बीच चमकी बुखार से हुई बच्चों की मौत के मामले पर अपना बोलना जारी रखा।
नीतीश ने कहा, बच्चियां ज्यादा पीड़ित
इस मामले पर बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि चमकी बुखार में मरने वालों में लड़कियों की संख्या लड़कों के मुकाबले ज्यादा थी। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से पीड़ित सभी गरीब परिवारों से ताल्लुक रखते हैं। नीतीश ने कहा कि सामाजिक सर्वेक्षण रिपोर्ट का इंतजार है और इस बारे में आगे जानकारी ली जाएगी। नीतीश ने कहा कि इस गंभीर बीमारी के कहर से बचाने के लिए हम लोगों के रहन-सहन में सुधार करेंगे। उन्होंने आंगनवाड़ी, कन्या उत्थान योजना, और हर घर शौचालय, हर घर नल की व्यवस्था होने की भी बात कही।
मुजफ्फरपुर के बाद गया का अस्पताल भी 1500 बेड का
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर के बाद गया का अस्पताल भी 1500 बेड का करने का ऐलान किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि कुदरत के आगे सब मजबूर हैं लेकिन हमारी पूरी कोशिश होगी कि चमकी बुखार की स्थिति फिर से पैदा न हो। उन्होंने यह भी कहा कि पर्यावरण और वायु प्रदूषण से भी हालात खराब हो रहे हैं, और खराब स्थिति से बचने के लिए जागरूकता लानी होगी।
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