पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां बुधवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अध्यक्ष लालू प्रसाद का नाम लिए बिना उनपर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सत्ता मिलने के बाद कुछ लोग आदतन धनार्जन तथा ताकत अर्जित करते हैं। उन्होंने कहा कि जनता मौका देती है तो उसकी सेवा करनी चाहिए। पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में जद(यू) द्वारा आयोजित कर्पूरी जयंती समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह वहां के लोगों की सेवा में निरंतर जुटे हुए हैं।
उन्होंने 'कमेंट' करने वालों पर निशाना साधते हुए कहा, "जिन्हें जो करना है करें, पत्थर की बौछार करते रहें, लेकिन हम अपना काम निरंतर करते रहेंगे, क्योंकि हमारा मकसद न्याय के साथ विकास करना है।" मुख्यमंत्री ने अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए कहा, "आज कल कुछ लोग ट्वीट में जिन शब्दों का प्रयोग करते हैं, उसका अर्थ भी वे जानते हैं या नहीं, यह कहना मुश्किल है।"
उन्होंने कहा, "जिन्हें जो बोलना है, बोलते रहें, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। जो बुनियादी चीजें हैं, हम करते रहेंगे और कभी उससे समझौता न किया है और न करेंगे।" उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, "महागठबंधन क्या गड़बड़ करने के लिए बना था? महागठबंधन जिसके लिए बना था, वह काम हम उस समय भी कर रहे थे और आज भी कर रहे हैं, क्योंकि हम एक सीमा के आगे समझौता नहीं कर सकते। मैंने बिहार के हित में निर्णय लिया।"
उन्होंने 'पलट' जाने के आरोपों का खुलकर जवाब देते हुए कहा, "सात निश्चय महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण, युवाओं को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, फ्री वाई-फाई, हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलीटेक्निक संस्था एवं महिला आईटीआई आदि की बात कही थी। ये सारे काम हो रहे हैं। कोई कैसे कह सकता है कि मैं पलट गया हूं?" इस दौरान जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन प्रसाद, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, जद (यू) के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह सहित अन्य नेताओं ने भी लोगों को संबोधित किया।
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