नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की स्थिति राज्यसभा में और अधिक मजबूत होने वाली है। पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत अरुण जेटली और वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी के निधन के बाद खाली हुई राज्यसभा की दो सीटों पर 16 अक्टूबर को चुनाव होना है।
भाजपा जहां एक ओर जेटली के निधन के बाद खाली हुई उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सीट को पुन: प्राप्त करने जा रही है। वहीं दूसरी ओर बिहार से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का प्रतिनिधित्व करने वाले जेठमलानी के निधन के बाद राज्य की खाली हुई सीट पर भाजपा और उसकी सहयोगी जनता दल (युनाइटेड) की नजर है।
245 सीटों वाली राज्यसभा में भाजपा के 80 सदस्य हैं। वहीं इसके सहयोगियों को मिलाकर यह आंकड़ा 114 हो जाता है। बहुमत के लिए उनके पास 9 सीटों की कमी है।
उच्च सदन में कानून पारित कराने में सत्तारूढ़ गठबंधन की मदद अभी तक टीआरएस और वाईएसआरसीपी जैसी पार्टियां करती आ रही हैं। यह गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं। हलांकि, राजग को आसानी से कार्य करने के लिए उच्च सदन में खुद का बहुमत चाहिए।
विपक्षी पार्टी के एक नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विपक्ष अपना उम्मीदवार खड़े करने की स्थिति में बिलकुल नहीं है, क्योंकि संख्या जाहिर तौर पर सत्तारूढ़ पार्टी के पक्ष में है।
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