चंडीगढ़. पंजाब में कांग्रेस पार्टी में चल रहा सियासी विवाद अभी तक थमा नहीं है। आज पंजाब कांग्रेस में कई नेताओं के बीच मीटिंग्स का दौर चला। एक तरफ जहां नवजोत सिंह सिद्धू ने पार्टी के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ से मुलाकात की, वहीं दूसरी तरफ पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने चंडीगढ़ में कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात की।
कैप्टन-रावत की मुलाकात में क्या हुआ।
हरीश रावत और कैप्टन अमरिंदर के बीच मुलाकात के बाद सीएम के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने कहा कि हरीश रावत के साथ सार्थक मुलाकात हुई। दोहराया कि कांग्रेस अध्यक्ष का कोई भी निर्णय सभी को स्वीकार्य होगा। कुछ मुद्दों को उठाया जो उन्होंने (हरीश रावत) कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष के साथ उठाएंगे। वहीं दूसरी तरफ हरीश रावत ने भी कहा कि पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दोहराया कि कांग्रेस अध्यक्ष जो भी फैसला लेंगी, उसका सम्मान करेंगे।
आधे घंटे से ज्यादा चली सिद्धू-जाखड़ की मुलाकात
नवजोत सिंह सिद्धू और सुनील जाखड़ की ये मुलाकात ऐसे समय में हुई जब क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू के कांग्रेस की राज्य इकाई का अगला अध्यक्ष बनने की अटकलें तेज हैं। यह मुलाकात आधे घंटे से ज्यादा समय तक चली और इसके बाद सिद्धू ने जाखड़ को बड़ा भाई और मार्गदर्शक बताया। वहीं, जाखड़ ने सिद्धू को सक्षम व्यक्ति करार दिया। एक सहयोगी ने बताया कि सिद्धू पटियाला स्थित अपने आवास से निकले और क़रीब 65 किलोमीटर की यात्रा कर क़रीब 10 बजकर 45 मिनट पर जाखड़ के पंचकूला स्थित आवास पहुंचे।
सोनिया गांधी को लिखा अमरिंदर ने पत्र
आपको बता दें कि शुक्रवार को सिद्धू ने नई दिल्ली में पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की। इस बैठक में एआईसीसी के महासचिव और कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत और कांग्रेस नेता राहुल गांधी मौजूद थे। सूत्रों ने बताया कि सिद्धू को पार्टी में अहम पद दिए जाने की खबरों से अमरिंदर सिंह नाराज हैं और उन्होंने इस घटनाक्रम पर आपत्ति जताते हुए सोनिया गांधी को पत्र लिखा है।
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